धर्म के संरक्षण संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा संत समाज:- महामनीषी निरंजन स्वामी
हरिद्वार। बिहार के पूर्व डीजीपी एवं अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक गुप्तेश्वर पांडे ने भारत माता पुरम स्थित पुरुषार्थ आश्रम पहुंचकर महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। निरंजन स्वामी महाराज ने उन्हें और लंदन से आए यज्ञ भूमि ज्योतिषाचार्य पंडित पाठक को फूल माला पहना कर उनका स्वागत किया। इस दौरान गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि संपूर्ण विश्व में संत महापुरुषों के तपोबल से भारत की एक अलग पहचान है और संतों ने सदैव ही राष्ट्र को नई दिशा प्रदान की है। पुलिस की नौकरी के पश्चात अध्यात्म क्षेत्र में जुड़ने से उनके जीवन की दिशा बदली है। और वह देश विदेशों में धर्म और सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार करने में अपना जीवन समर्पित करेंगे। पुरुषार्थ आश्रम के अध्यक्ष महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति से देश विदेश के लोग भी प्रभावित होकर सनातन धर्म को अपना रहे हैं और सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म है। जो अनादि काल से विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है। अंतरराष्ट्रीय कथावाचक गुप्तेश्वर पांडे लंदन, नीदरलैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस सहित लगभग बीस देशों में कथा के माध्यम से भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं जो प्रत्येक भारतवासी के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि आज विश्व भर में अनेक जगह सनातन धर्मस्थलों का निर्माण हो रहा है। भारतीय सभ्यता से पूरी दुनिया के लोग प्रभावित हो रहे हैं। संत महापुरुष अपने धर्म के संरक्षण संवर्धन में पूरा योगदान प्रदान कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। ज्योतिषाचार्य पंडित पाठक ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की पावन भूमि पर आकर वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पतित पावनी मां गंगा परम कल्याणकारी है जो अनादि काल से प्राणी मात्र का उद्धार करती चली आ रही है। मां गंगा की स्वच्छता और अविरलता को बनाए रखना सभी देशवासियों का कर्तव्य है। उन्होंने बताया कि बुधवार को संत समाज के सानिध्य में अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक गुप्तेश्वर पांडे गंगा आरती में शामिल होंगे। इस दौरान लंदन ब्राह्मण परिषद के महासचिव पंडित रमेश शर्मा, आचार्य महेंद्र त्रिपाठी, योगी सत्यव्रतानंद, स्वामी कल्याण देव मौजूद रहे।