हल्द्वानी
जमरानी परियोजना से हल्द्वानी और 176 गांवों को मिलेगा भरपूर पानी
हल्द्वानी। शहरवासियों को पहले से पर्याप्त मात्रा में पेयजल मिल रहा है, लेकिन अब जल संकट से जूझ रहे आसपास के 176 गांवों को भी भरपूर पानी उपलब्ध कराने की योजना तैयार की जा रही है। यह कार्य जमरानी परियोजना के माध्यम से संभव होगा। इस योजना के तहत गौलापार और हल्द्वानी से सटे ग्रामीण इलाकों में प्रतिदिन 55 लीटर की जगह 135 लीटर पानी प्रति व्यक्ति दिया जाएगा। जल निगम इस महत्वाकांक्षी परियोजना की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर रहा है।
जल निगम के अधिशासी अभियंता एके कटारिया ने जानकारी दी कि शहर समेत गौलापार और हल्द्वानी के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इससे पहले 560 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे अब संशोधित कर 600 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस योजना के तहत जमरानी से 800 मिमी की 16 किमी लंबी मुख्य पेयजल लाइन शीशमहल स्थित ट्रीटमेंट प्लांट तक बिछाई जाएगी।
शीशमहल ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता में होगी वृद्धि
योजना को कारगर बनाने के लिए शीशमहल ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। वर्तमान में वहां 30.5 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) का ट्रीटमेंट प्लांट कार्यरत है। इस ट्रीटमेंट प्लांट की मरम्मत के साथ-साथ 47 एमएलडी का नया ट्रीटमेंट प्लांट भी तैयार किया जा रहा है। इसके लिए शासन से 154 करोड़ रुपये की मंजूरी मिल चुकी है।
176 गांवों को मिलेगा फायदा
जल निगम द्वारा तैयार की जा रही इस योजना के तहत 176 गांवों को शामिल किया गया है। इनमें पीपल पोखरा, लामाचौड़, रामड़ी आन सिंह, घूनी, पनियाली, पंचायत घर से नीचे, बरेली रोड में गौजाजाली से नीचे और गौलापार क्षेत्र के सीतापुर तक के गांव शामिल हैं।
इस योजना से पूर्व में इन ग्रामीणों को 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन पानी मिलता था, जिसे अब बढ़ाकर 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन किया जा रहा है। यानी 80 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की वृद्धि की गई है।
डीपीआर मंजूरी के बाद होगा काम शुरू
जल निगम के अधिशासी अभियंता कटारिया ने बताया कि अब पेयजल वितरण जोन वाइज किया जाएगा। इस योजना को जल्द से जल्द लागू करने के लिए जल निगम पूरी तैयारी कर रहा है। डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
ग्रामीणों को मिलेगा लाभ
इस योजना के लागू होने से हल्द्वानी के आसपास के गांवों में जल संकट खत्म हो जाएगा। इससे न केवल लोगों को पर्याप्त पानी मिलेगा, बल्कि क्षेत्र के विकास को भी गति मिलेगी। जमरानी परियोजना आने वाले वर्षों में हल्द्वानी और उसके आसपास के इलाकों के लिए एक महत्वपूर्ण पेयजल स्रोत बनने जा रही है।
