हल्द्वानी
हल्द्वानी नभूलपुरा अतिक्रमण मामला: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टली, अब 10 दिसंबर को होगा हजारों परिवारों के भविष्य पर फैसला!
हल्द्वानी के चर्चित बनभूलपुरा रेलवे अतिक्रमण मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज की सुनवाई टाल दी है। अब अगली तारीख 10 दिसंबर तय हुई है। जानें इस संवेदनशील केस में सुरक्षा व्यवस्था और आगे क्या होगा।
हल्द्वानी। चर्चित बनभूलपुरा रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई टल गई है। सुप्रीम कोर्ट ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए अब अगली सुनवाई की तारीख 10 दिसंबर तय की है। आज इस बहुचर्चित केस में किसी बड़े फैसले की उम्मीद थी, लेकिन अब हजारों परिवारों की नजरें 10 दिसंबर को होने वाली अहम सुनवाई पर टिकी हैं।
लंबे समय से चल रहा है विवाद
बनभूलपुरा अतिक्रमण का यह विवाद कई वर्षों से चल रहा है। रेलवे और जिला प्रशासन के अनुसार, हल्द्वानी रेलवे स्टेशन के पास करीब 29 एकड़ भूमि पर हजारों अवैध कब्जे हैं। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर यहां करीब 4365 घरों के पुनर्वास या उन्हें हटाए जाने का मुद्दा कोर्ट में विचाराधीन है। यह मामला बेहद संवेदनशील है क्योंकि इससे हजारों लोगों का जीवन प्रभावित होगा।
इलाके में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
सुनवाई की संवेदनशीलता को देखते हुए, हल्द्वानी में पुलिस और प्रशासन पहले से ही अलर्ट पर हैं। पूरे बनभूलपुरा क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस बल लगातार गश्त कर रहा है और किसी भी तरह की अफवाहों या अशांति फैलाने वालों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है कि कोर्ट के फैसले से पहले और बाद में कानून व्यवस्था बनी रहे।
10 दिसंबर को सबकी नजरें कोर्ट पर
अब 10 दिसंबर को होने वाली अगली सुनवाई बेहद निर्णायक मानी जा रही है। यह देखना होगा कि सुप्रीम कोर्ट रेलवे की भूमि पर हुए इस अतिक्रमण केस में क्या फैसला सुनाता है। प्रशासन ने क्षेत्र के लोगों से शांति बनाए रखने और अदालत के निर्देशों का पूरी तरह पालन करने की बार-बार अपील की है। हजारों परिवारों का भविष्य अब सर्वोच्च न्यायालय के अगले आदेश पर निर्भर करेगा।
