अल्मोड़ा। उत्तराखंड देवभूमि है। इंसान के जन्म लेने से लेकर मरने तक देवी-देवताओं की पूजा होती है। देवी-देवताओं के रूठने पर उनको मनाने के लिए जागर लगाने की परंपरा है, ताकि परिवार में सुख-शांति और खुशहाली रहे।
गोलू देवता न्याय के प्रतीक हैं। हर घर-परिवार में उनका मंदिर है। उनकी पूजा होती है। गोलू देवता को खुश करने के लिए जागर लगाकर उनको जगाया जाता है। नैलपड़ (चौर्गखा नैनी) धौलादेवी, अल्मोड़ा में प्रताप राम यहां गोलज्यू का जागर…
ऐसे गोलू देवता को किया जाता है खुश…देखें वीडियो
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