हरिद्वार
हरिद्वार: 7000 छात्रों के लिए 16 अक्टूबर को सामूहिक ‘गीता ज्ञान प्रतियोगिता’, तैयारी पूरी
धर्मनगरी हरिद्वार में 16 अक्टूबर को अध्यात्म चेतना संघ कक्षा 6 से 8 के 7000 छात्रों के लिए श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित करेगा। 12 वर्षों से जारी है यह पहल, विजेताओं को विराट गीता महोत्सव में मिलेगा सम्मान।
हरिद्वार। भारतीय संस्कृति और आध्यात्म को बढ़ावा देने के लिए धर्मनगरी हरिद्वार में एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है। यहाँ की अग्रणी अध्यात्मिक संस्था अध्यात्म चेतना संघ (पंजी०) गुरुवार, 16 अक्टूबर को एक विशाल श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित कर रही है। यह प्रतियोगिता हरिद्वार जनपद के प्रमुख स्कूलों में सुबह 10:30 बजे एक साथ शुरू होगी, जिसमें कक्षा 6 से 8 तक के लगभग सात हजार छात्र-छात्राएँ हिस्सा लेंगे।
12 वर्षों से जारी है सांस्कृतिक ध्वजा फहराने का संकल्प
संस्थापक आचार्य करुणेश मिश्र और मीडिया प्रभारी अरुण कुमार पाठक ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि ‘दसों दिशाओं में भारतीय संस्कृति की ध्वजा फहराए’ के संकल्प के साथ अध्यात्म चेतना संघ 2013 से लगातार यह गीता ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है। पिछले 12 वर्षों में इस पहल से पचास हजार से अधिक छात्र-छात्राओं ने पवित्र श्रीमद्भगवद्गीता का गहन अध्ययन किया है।
विराट गीता महोत्सव में होगा विजेताओं का सम्मान
इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष पुरस्कार रखे गए हैं। इन विजेताओं को संस्था द्वारा 21 दिसंबर 2025 को आयोजित किए जाने वाले विराट गीता महोत्सव में सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, हर स्कूल से सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले एक-एक प्रतियोगी को भी प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। संस्था का उद्देश्य है कि युवा पीढ़ी अपनी जड़ों और सांस्कृतिक मूल्यों से जुड़ी रहे।
तैयारी बैठक में सौंपे गए दायित्व
प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। आज सायंकाल संस्था की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें सभी सदस्यों को उनके दायित्व सौंपे गए। बैठक में आचार्य करुणेश मिश्र के साथ बृजेश शर्मा, महेश चन्द्र काला, योगाचार्य विशाल शर्मा, योगेश शर्मा, अशोक गुप्ता, उमेश खेवड़िया, अर्चना वर्मा तिवारी, देव मिश्रा, कृष्णा सिखौला, कविता धीमान और माधुरी सेमवाल सहित कई प्रमुख सदस्य शामिल रहे। इस सामूहिक गीता ज्ञान प्रतियोगिता से हरिद्वार में एक सकारात्मक आध्यात्मिक माहौल बनने की उम्मीद है।
