हरिद्वार
हिमेजी (जापान) पहुँची हरिद्वार की बेटी संगीता राणा, एशियन-अफ्रीकन पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में करेंगी भारत का प्रतिनिधित्व
हरिद्वार। उत्तराखण्ड की ‘स्ट्रांग वूमैन’ और अंतर्राष्ट्रीय पावरलिफ्टर संगीता राणा ने एक बार फिर भारत का गौरव बढ़ाते हुए जापान की ऐतिहासिक धरती हिमेजी में कदम रखे हैं। वह यहां 5 से 14 जुलाई तक आयोजित एशियन-अफ्रीकन-पैसिफिक मास्टर्स एंड क्लासिक पावरलिफ्टिंग एंड बेंच प्रेस चैम्पियनशिप 2025 में भाग लेंगी। संगीता इस प्रतियोगिता में मास्टर-1 डिवीजन की 69 किलोग्राम भार वर्ग की ‘क्लासिक’ व ‘इक्विप्ड’ दोनों स्पर्धाओं में दो स्वर्ण पदकों की प्रबल दावेदार हैं।
यह जानकारी देते हुए ‘चेतना पथ’ के संपादक अरुण कुमार पाठक ने बताया कि संगीता राणा इससे पहले भी देश और प्रदेश का नाम रौशन कर चुकी हैं। उन्होंने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में तीन स्वर्ण और कजाखस्तान के अलमाटी में आयोजित विश्व कप में दो स्वर्ण पदक हासिल किए थे।

संगीता को वर्ष 2023 में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा ‘तीलू रौतेली सम्मान’ और ‘सुषमा स्वराज अवॉर्ड’ से नवाजा जा चुका है। अब तक वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल आठ स्वर्ण पदक, कई रजत व कांस्य पदक, ओवरऑल चैम्पियनशिप खिताब और ‘स्ट्रांग वूमैन’ की उपाधि भी जीत चुकी हैं।
हरिद्वार के रानीपुर टिहरी विस्थापित कॉलोनी की निवासी संगीता पावरलिफ्टिंग में अपनी उपलब्धियों के साथ-साथ बालक-बालिकाओं और युवाओं को प्रशिक्षण भी दे रही हैं। दो बेटों की मां होने के साथ वह खेल और मातृत्व दोनों भूमिकाएं बखूबी निभा रही हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल हरिद्वार, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है।
