हल्द्वानी
कुमाऊं में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त: भूस्खलन, सड़कें बंद, अलर्ट जारी
हल्द्वानी। मानसून की बारिश ने कुमाऊं मंडल में जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। अल्मोड़ा के क्वारब से लेकर हल्द्वानी की गुलाब घाटी तक जगह-जगह भूस्खलन के कारण रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे लोगों को वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड़ रहा है। नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ने से खतरा और भी बढ़ गया है।
पिथौरागढ़ के बंगापानी और तेजम क्षेत्रों में शनिवार रात भारी बारिश हुई, हालांकि रविवार को मौसम सामान्य रहा। धारचूला के वतन-तीजम के बीच 17 जुलाई को बना अस्थायी पुल बह गया, जिससे चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क सहित कुल 24 सड़कें बंद हो गई हैं। बागेश्वर के कपकोट में मलबा आने से तीन मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।
हल्द्वानी के कालाढूंगी क्षेत्र में रतनपुर स्थित एक पोल्ट्री फार्म में पानी भरने से मुर्गियों की मौत हो गई। गौला पुल की एप्रोच रोड का हिस्सा धंसने से यातायात प्रभावित हुआ। बाजपुर में लेवड़ा नदी के उफान के चलते सुबह सात से दोपहर 12 बजे तक हाईवे बंद रहा।
मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों के लिए राज्यभर में भारी बारिश का अनुमान जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर जिलों में बहुत भारी वर्षा की संभावना के चलते ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
दून मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. रोहित थपलियाल ने कहा कि पांच अगस्त तक भारी वर्षा की चेतावनी के चलते सभी जिलों को अलर्ट भेजा गया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को नदी-नालों से दूर रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
