ऊधमसिंह नगर: ऊधमसिंह नगर जिले में वन विभाग के कर्मचारियों पर फायरिंग करने वाले कुख्यात वन तस्कर को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में तस्कर के पैर में गोली लगी है।
क्या है पूरा मामला?
दो महीने पहले पीपलपड़ाव रेंज के जंगल में वनकर्मियों पर फायरिंग का मामला सामने आया था। इस घटना में चार वनकर्मी घायल हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस ने इस मामले में पहले ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मुख्य आरोपी संगत उर्फ संगी अभी तक फरार था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
कैसे हुआ गिरफ्तार?
बुधवार देर रात पुलिस टीम गदरपुर क्षेत्र में चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान संदिग्ध बाइक सवार को पुलिस ने रुकने का इशारा किया। लेकिन बाइक सवार पुलिस पर फायर झोंककर भाग निकला। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली मार दी।
पकड़े गए व्यक्ति की पहचान संगत उर्फ संगी के रूप में हुई। वह वनकर्मियों पर फायरिंग करने का मुख्य आरोपी था।
पुलिस ने क्या कहा?
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि संगत एक कुख्यात वन तस्कर है। उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए काफी समय से प्रयास कर रही थी।
अन्य तथ्य:
* संगत के पास से दो तमंचे और एक बाइक बरामद हुई है।
* संगत ने पुलिस को देखकर फायरिंग की थी।
* संगत ने अपने घर से रुपये निकाले थे और पंजाब भागने की फिराक में था।
* संगत ने एसएसपी को देखकर हाथ जोड़कर माफी मांगी।
यह घटना क्यों है महत्वपूर्ण?
यह घटना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाती है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह भी दिखाती है कि वन तस्करी एक गंभीर समस्या है जिससे निपटने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे।