हल्द्वानी
वनभूलपुरा हिंसा में फईम की मौत की जांच एसआईटी के हवाले, नीरज भाकुनी का तबादला पिथौरागढ़
नैनीताल। हल्द्वानी के वनभूलपुरा में हिंसा के दौरान गोली लगने से फईम की मौत के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है। गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर. नरेंदर और न्यायमूर्ति आलोक मेहरा की खंडपीठ ने इस मामले में जांच रिपोर्ट प्रत्येक माह कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए।
सरकार की ओर से अदालत को बताया गया कि मामले के जांच अधिकारी वनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी का तबादला पिथौरागढ़ कर दिया गया है। साथ ही इस प्रकरण की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर दी गई है, जिसके इंचार्ज एसपी क्राइम/ट्रैफिक नैनीताल डॉ. जगदीश चंद्रा होंगे। एसआईटी में हल्द्वानी सीओ नितिन लोहनी व एसआई प्रमोद पाठक सदस्य बनाए गए हैं।
खंडपीठ ने बीते बुधवार को इस मामले की जांच एसआईटी से कराने के निर्देश दिए थे। साथ ही जांच अधिकारी के जिले से बाहर तबादले के आदेश दिए थे।
गौरतलब है कि मृतक फईम के भाई परवेज ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, नैनीताल ने 6 मई 2024 को आदेश दिया था कि इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाए, लेकिन आज तक पुलिस ने कोई जांच नहीं की।
याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि 8 फरवरी 2024 को वनभूलपुरा हिंसा के दौरान फईम को अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मारी, जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने इस मामले में कई बार पुलिस व प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई केस दर्ज नहीं हुआ।
याचिका में कहा गया है कि फईम की मौत सीधे हिंसा के कारण नहीं बल्कि अज्ञात व्यक्तियों की गोलीबारी से हुई थी, जिसके चलते न्याय की मांग की जा रही है। परवेज ने इस केस की जांच सीबीआई से कराने और अपने परिवार को सुरक्षा देने की अपील करते हुए कहा कि केवल केंद्रीय एजेंसी से निष्पक्ष जांच के जरिए ही सच सामने आ सकता है।
अदालत ने एसआईटी को आदेश दिया है कि इस मामले में पारदर्शी जांच करते हुए प्रत्येक माह रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत की जाए ताकि मृतक के परिजनों को न्याय मिल सके।
