नई दिल्ली
AIIMS में बड़ी लापरवाही: गलत खून चढ़ाने से मरीज़ की मौत, दिवाली पर परिजनों का हंगामा
एम्स में एक ही नाम के दो मरीज़ों को गलत ब्लड चढ़ा दिया गया, जिससे 50 वर्षीय मांगीलाल की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल परिसर में धरना दिया। जानें क्या है पूरा मामला।
राजस्थान के जोधपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में डॉक्टरों की गंभीर लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक मरीज़ को गलत खून चढ़ाए जाने के कारण 50 वर्षीय मांगीलाल नामक व्यक्ति की मौत हो गई। यह घटना 11 अक्टूबर को हुई थी, जिसके बाद मरीज़ की हालत बिगड़ गई और आज दिवाली के दिन उनकी मौत हो गई। इस घटना ने देश के शीर्ष स्वास्थ्य संस्थान में सुरक्षा और सतर्कता के स्तर पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एक ही नाम के दो मरीज़ और गलत खून
जानकारी के अनुसार, AIIMS जोधपुर में संयोग से ‘मांगीलाल’ नाम के दो मरीज़ भर्ती थे। 80 वर्षीय मांगीलाल को एनीमिया के कारण खून चढ़ाया जाना था, जबकि 50 वर्षीय मांगीलाल को मधुमक्खियों के काटने के इलाज के लिए भर्ती किया गया था। लापरवाही यह हुई कि एक जूनियर डॉक्टर ने एनीमिया के मरीज़ को चढ़ाया जाने वाला खून गलती से 50 वर्षीय मांगीलाल को चढ़ा दिया। जब आधे से अधिक यूनिट खून चढ़ाया जा चुका था, तब सीनियर डॉक्टरों की नज़र पड़ी और गलती का खुलासा हुआ।
गलती पता चलने पर रोका गया ब्लड, पर हो चुकी थी देर
गलती का पता चलते ही डॉक्टरों ने तुरंत खून चढ़ाना बंद कर दिया और जल्दबाजी में ब्लड बैग को डस्टबिन में फेंक दिया। 11 अक्टूबर की इस बड़ी लापरवाही के बाद से ही डॉक्टर 50 वर्षीय मांगीलाल को बचाने के प्रयासों में जुटे रहे, लेकिन गलत खून चढ़ाने के कारण मरीज़ की हालत गंभीर हो चुकी थी। तमाम कोशिशों के बावजूद आज दिवाली के शुभ अवसर पर उनकी मौत हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि दोनों मरीजों का ब्लड ग्रुप अलग होता, तो यह लापरवाही और भी भयावह हो सकती थी।
परिजनों का धरना और एम्स प्रशासन की कार्रवाई
मरीज़ की मौत की खबर मिलते ही परिजनों ने AIIMS परिसर में ही धरना दे दिया और दोषी डॉक्टरों तथा कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। घटना की सूचना पाकर बासनी थाना प्रभारी नितिन दवे मौके पर पहुंचे और काफी समझाने-बुझाने के बाद परिजनों को शांत कराया। इसके बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। एम्स प्रशासन ने तुरंत मामले की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है और दोषियों पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
