हल्द्वानी
लालकुआं: रेलवे कार से 50 हजार के सागौन की तस्करी, वन विभाग ने तस्कर को पकड़ा
लालकुआं की टांडा रेंज में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई! रेलवे नेम प्लेट लगी कार से पकड़े गए सागौन के दो गिल्टे। जानें कौन है आरोपी और कैसे हुई गिरफ्तारी।
लालकुआं: तराई केन्द्रीय वन प्रभाग के अंतर्गत टांडा रेंज में वन विभाग को लकड़ी तस्करों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। बुधवार सुबह वन विभाग की टीम ने रेलवे की नेम प्लेट लगी एक संदिग्ध कार को पकड़ा। तलाशी के दौरान कार से कीमती सागौन की लकड़ी के दो बड़े गिल्टे बरामद हुए। विभाग ने एक आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि बीते कुछ दिनों से साखपठानी गुर्जर खत्ते के पास जंगल से लकड़ी तस्करी की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इस पर डिप्टी रेंजर विरेंद्र परिहार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर उस क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई थी। बुधवार सुबह करीब पाँच बजे, टीम को जंगल में एक सफेद रंग की अर्टिगा कार खड़ी दिखी। टीम ने तुरंत घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया।
कार की तलाशी लेने पर उसमें से सागौन की लकड़ी के दो गिल्टे बरामद हुए, जिनकी बाजार कीमत लगभग 50 हजार रुपये आंकी गई है। पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान आकाश सिंह (निवासी साखपठानी गुर्जर खत्ता, हाल निवासी जवाहर नगर, लालकुआं) के रूप में बताई। आरोपी ने खुद को दूध का कारोबारी बताया और स्वीकार किया कि वह पकड़ी गई लकड़ी को हल्द्वानी या किच्छा ले जाकर बेचने की फिराक में था।
वन विभाग ने तस्करी में इस्तेमाल की जा रही कार को जब्त (सीज) कर लिया है। पकड़े गए आरोपी आकाश सिंह के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। टीम अब इस तस्करी रैकेट में शामिल अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुट गई है। इस कार्रवाई से तराई क्षेत्र के जंगलों में अवैध कटान करने वाले तस्करों में हड़कंप मच गया है।
