कुमाऊं द्वार महोत्सव: अंतिम दिन पवनदीप और अरुणिता कांजीलाल ने कुमाऊंनी और बालीवुड के गीतों से बांधा समा
हल्द्वानी। एमबी इंटर कॉलेज मैदान में पांच दिवसीय महोत्सव के अंतिम दिन मंगलवार की शाम पहुंचे पवनदीप राजन ने प्यारी जन्मभूमि मेरो पहाड़, गंगा जमुना या छो बद्री केदार… खुशी के पल कहां ढूंढूं… की प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उसके बाद जोगन तेरा, शायद कभी कह सको ना तुमको गाकर युवाओं में उत्साह भर दिया ।
गायिका अरुणिता ने अगर तुम साथ हो तो, लग जा गले और ये दिल क्या चीज.. गाकर दर्शकों में उत्साह भर दिया.. कार्यक्रम में जबरदस्त भीड़ रही लोग पवनदीप और अरुणिता की एक झलक पाने को बेताब दिखे।
पवनदीप राजन के गाने को सुनने के लिए हल्द्वानी ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भारी संख्या में लोग पहुंचे हुए थे। देर रात तक चले रंगारंग कार्यक्रम में लोगों पवनदीप के गानों पर जमकर थिरके। कुमाऊं द्वार महोत्सव में बॉलीवुड स्टार पवनदीप राजन और अरुणिता कांजीलाल आज प्रस्तुति देने हल्द्वानी पहुंचे थे। जिनके सुरीले गाने सुनकर लोग झूम उठे, पवनदीप और अरुणिता को सुनने के लिए हजारों लोग एमबी इंटर कॉलेज ग्राउंड में पहुंचे थे। 7 अप्रैल से शुरू हुआ कुमाऊं महोत्सव का बॉलीवुड स्टार नाइट के साथ ही समापन हो गया।
पवनदीप राजन ने कहा कि वह आयोजकों के इस प्रयास से बेहद खुश हैं कि उन्होंने पहाड़ के सभी कलाकारों को एक मंच देने का काम किया है जिससे कि उत्तराखंड की लोक कला और लोक संस्कृति को दुनिया भर तक पहुंचाया जा सके पवनदीप राजन ने युवाओं से कहा की आप भी मेहनत कर मुकाम हासिल कर उत्तराखंड का नाम रोशन करें। पवनदीप ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होना चाहिए जिससे कि कुमाऊ की लोक कला और लोक संस्कृति को जीवित रखा जा सके
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से उनको बहुत लगाव है और जब भी अपने पैतृक गांव चंपावत आते हैं तो लोगों के बीच पहुंच कर बहुत अच्छा लगता है यही कारण है कि पिछले एक महीने से अपने गांव चंपावत में थे।