कमल जगाती
खैरना(नैनीताल)- नैनीताल के खैरनी गांव की महिलाएं निर्माणाधीन स्टोन क्रशर की दुश्वारियों से अपने बच्चों को बचाने के लिए आंदोलनरत हो गई हैं। उनका कहना है कि स्टोन क्रशर के समीप तीन स्कूल हैं जिसमें हर उम्र के बच्चे पढ़ते हैं, उन्हें खतरा पैदा हो रहा है। इसके अलावा ग्रामीणों ने क्रशर मालिक पर जमीन हड़पने का भी आरोप लगाया है।
नैनीताल जिले में अल्मोड़ा मार्ग स्थित खैरना से भुजान गांव होते हुए लगभग 10 किलोमीटर आगे कोसी नदी के तट पर तल्ली खैरनी और उसी के ऊपर पहाड़ी पर मल्ली खैरनी बसी है। ग्रामीण मल्ली खैरनी में रहते हैं, लेकिन उनकी खेती और स्कूल नदी किनारे तल्ली खैरनी में हैं। ग्रामीण अपने बच्चों को हररोज पैदल या लंबे मोटर मार्ग से स्कूल ले जाते हैं। स्कूल के समीप किसी का एक स्टोन क्रशर खुल रहा है। स्टोन क्रशर से बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी भारी नुकसान पहुंचने का अंदेशा है। आशंकाओं के चलते ग्रामीणों ने निर्माणाधीन स्टोन क्रेशर का जमकर विरोध कर दिया। ग्रामीण महिलाओं ने स्टोन क्रेशर निर्माण स्थल पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। स्टोन क्रेशर का विरोध कर रही ग्रामीण महिलाओं का कहना है की क्रशर स्वामी ने ग्रामीणों की नाप भूमि को अवैध रूप से अपने कब्जे में लेकर उसपर सड़क का निर्माण कर दिया है। साथ ही जिस स्थान पर स्टोन केसर का निर्माण किया जा रहा है उसके ठीक ऊपर गांव और स्कूल बना है। आंदोलनरत दीपा और भावना देवी ने आरोप लगाया है कि स्टोन क्रैसर की अनुमति ग्रामीणों की सहमति के बिना ही हो गई। ग्राम सभा की जमीन को खुर्द बुर्द कर स्टोन क्रशर का निर्माण किया जा रहा है। स्टोन क्रशर का स्वामी ग्रामीणों को धमका रहा है।