कथित पत्रकारों ने खुद को विजिलेंस का अधिकारी बताकर सिंचाई विभाग के प्रधान सहायक से मांगे थे एक लाख रुपये
हल्द्वानी। सिंचाई विभाग के प्रधान सहायक से रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने कथित दो पत्रकार व एक चालक को गिरफ्तार किया है। जबकि कथित एक महिला पत्रकार फरार है।
सिंचाई विभाग के प्रधान सहायक की शिकायत पर एक लाख की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने 3 आरोपियों को दबोच लिया है।
एसपी सिटी जगदीश चंद्र मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सिंचाई विभाग के प्रधान कार्यालय में तैनात प्रधान सहायक उमेश चंद्र कोठारी ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि गुरुवार दोपहर करीब 11:30 बजे एक महिला सहित चार लोग उनके दफ्तर पहुंचे। आरोपियों ने अपने आप को विजिलेंस अधिकारी बताया। एक आरोपी ने अपने मोबाइल में उसके कुछ टेप किए हुए आधे-अधूरे वीडियो दिखाए। विजिलेंस कार्ड दिखाते हुए धमकाया।
उन्होंने कहा कि एक लाख रुपये देने पर वह मामला रफा-दफा कर देंगे। ऐसा नहीं करने पर वह उसे फंसा देंगे। साथ ही वीडियो भी वायरल कर देंगे। उनका कहना है कि वह आरोपियों की धमकियों से डर गए। एक आरोपी के साथ बाइक में जाकर अपने बैंक से 70 हजार रुपये निकाले। एक दोस्त से 30 हजार रुपये उधार लिए और आरोपियों को एक लाख रुपये की रकम दे दी।
अधिकारी ने इसकी शिकायत पुलिस चौकी में की पुलिस ने मामला दर्ज करने बाद रंगदारी मांगने वालों की तलाश शुरू की जिसमें से उन्हें दबोच लिया गया पूछताछ में उन्होंने अपना नाम भूपेंद्र सिंह पुत्र रणधीर सिंह बाजपुर, सुंदर सिंह पुत्र हयात सिंह निवासी गुलरभोज, सौरभ गाबा पुत्र किशन लाल शांति बिहार रुद्रपुर बताया। जबकि फरार महिला पत्रकार का नाम साक्षी सक्सेना निवासी नोएडा शामिल है। तीनों आरोपियों के पास से 90 हजार बरामद हुए है। पुलिस ने बताया कि इससे पहले सौरभ गाबा वर्ष 2019 में चिकित्सक के स्टिंग में एक लाख की रंगदारी मांगने में जेल जा चुका है। वही इससे पहले इन तीनों को टनकपुर में रंगदारी के मामले में भी गिरफ्तार किया जा चुका है।