अल्मोड़ा/बागेश्वर/चंपावत/पिथौरागढ़
जागेश्वर धाम में बढ़ती भीड़ से जाम की समस्या, व्यापारियों ने शटल सेवा शुरू करने की मांग उठाई
अल्मोड़ा। विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या अब स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए चुनौती बन गई है। यूपी, दिल्ली, हरियाणा समेत विभिन्न राज्यों से रोजाना औसतन ढाई हजार से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। इस वजह से धाम क्षेत्र में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमराने लगी है। दिनभर कई बार जाम की स्थिति बन जाती है, जिससे श्रद्धालुओं के साथ स्थानीय जनता को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
धाम क्षेत्र में आने वाले वाहनों को रामलीला मंच की पार्किंग और सड़क के दोनों ओर खड़ा किया जा रहा है। यातायात नियंत्रण के लिए प्रशासन की ओर से कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। त्योहारी सीजन करीब होने के कारण स्थानीय लोग आशंका जता रहे हैं कि आने वाले दिनों में भीड़ और बढ़ेगी, जिससे यातायात व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा।
व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश भट्ट समेत खष्टी भट्ट, अनिल प्रसाद, पवन भट्ट, भुवन भट्ट, नवीन चंद्र, अभिषेक भट्ट, जीवन राम, मोहन भट्ट, विक्की भट्ट और हिमांशु भट्ट सहित कई व्यापारियों ने प्रशासन से यातायात सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने विशेष रूप से आरतोला से शटल सेवा शुरू करने पर जोर दिया। उनका कहना है कि यदि श्रद्धालुओं के वाहन बाहर पार्क कराए जाएं और शटल सेवा के जरिए धाम तक पहुँचाया जाए, तो जाम की समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।
स्थानीय व्यापारियों ने यह भी बताया कि दिन के समय केवल एक होमगार्ड जवान के सहारे यातायात व्यवस्था संभाली जा रही है, जो कतई पर्याप्त नहीं है। उन्होंने जागेश्वर धाम में अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती की मांग की।
धाम में भीड़ बढ़ने की एक बड़ी वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अक्तूबर 2023 में यहां आकर पूजा-अर्चना करना भी माना जा रहा है। स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, पीएम के आगमन के बाद से श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। पहले यहां मुख्य रूप से अप्रैल से सावन तक ही भीड़ होती थी, जबकि अब पूरे साल श्रद्धालु आने लगे हैं।
लोगों का कहना है कि पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से जागेश्वर धाम की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, लेकिन इसके अनुरूप प्रशासनिक तैयारियां न होने से श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। यदि जल्द ही यातायात व्यवस्था में सुधार और शटल सेवा शुरू नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
