नई दिल्ली
रामनगर में कांग्रेस कार्यालय को लेकर दिनभर बवाल, आधी रात को लाठीचार्ज, कई घायल
रामनगर। रानीखेत रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय को खाली कराने को लेकर सोमवार को सुबह से देर रात तक हंगामा चलता रहा। मामला तब तूल पकड़ा जब कांग्रेसियों को सुबह करीब नौ बजे कार्यालय का ताला टूटा मिला और अंदर कुछ लोग बैठे हुए थे। इस पर पूर्व विधायक रणजीत रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने कार्यालय में घुसने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हो गई, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
झड़प और लाठीचार्ज में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चोटें आईं, जिनमें जावेद खान, गाजी और ब्लॉक अध्यक्ष देशबंधु रावत शामिल हैं। एक कार्यकर्ता का अंगूठा भी टूट गया है। छह से अधिक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
सूचना मिलने पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक सुमित हृदयेश, आदेश चौहान, काजी निजामुद्दीन और वीरेंद्र जाती समेत कई नेता मौके पर पहुंचे। कांग्रेसियों ने कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इधर, कारोबारी नीरज अग्रवाल ने पुलिस को तहरीर दी है कि कार्यालय भवन उनकी पैतृक संपत्ति है और कांग्रेस उस पर अवैध कब्जा कर रही है। उन्होंने पूर्व विधायक पर धमकी देने का भी आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में चार कांग्रेसियों को हिरासत में लिया है।
कांग्रेस का कहना है कि यह कार्यालय वर्ष 2016 में खोला गया था और रणजीत रावत ने इसकी नींव रखी थी। इससे पहले जमीन पर एक स्थानीय व्यापारी का कब्जा था, लेकिन आपसी सहमति से कांग्रेस ने कार्यालय शुरू किया था। पूर्व में भी इस मुद्दे पर विवाद हो चुका है, लेकिन वार्ता के माध्यम से हल निकाला गया था।
