हल्द्वानी
हल्द्वानी में अवैध प्लाटिंग पर जिला विकास प्राधिकरण की बड़ी कार्रवाई, 150 प्लाटों की चाहरदीवारी ध्वस्त
हल्द्वानी। जिला विकास प्राधिकरण (जेडीए) ने गुरुवार को कुंवरपुर स्थित देवला तल्ला पजाया क्षेत्र में अवैध रूप से की जा रही प्लाटिंग पर बड़ी कार्रवाई की। पुलिस बल की मौजूदगी में प्राधिकरण की टीम ने 150 प्लाटों की चाहरदीवारी को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई प्राधिकरण के संयुक्त सचिव एपी वाजपेयी के नेतृत्व में की गई।
अधिकारियों के अनुसार, उक्त कॉलोनी को रेरा और प्राधिकरण के नियमों की अनदेखी कर काटा जा रहा था। इस संबंध में वर्ष 2023 में ध्वस्तीकरण का आदेश जारी किया गया था, जिसके अनुपालन में यह कार्रवाई की गई। टीम ने हरगोविंद सिंह, उमंग मेहरा, विमला मेहरा और राजेश रावत द्वारा की जा रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त किया।
प्राधिकरण ने बताया कि 13 दिसंबर 2022 को क्षेत्र में लोगों की शिकायत पर सर्वेक्षण किया गया था। सर्वे के दौरान प्लाटिंग करने वालों द्वारा रेरा पंजीकरण और लेआउट पास कराने से संबंधित कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए। इसके बाद मामला प्राधिकरण के संयुक्त सचिव की अदालत में पहुंचा और जांच के उपरांत 14 मार्च 2023 को ध्वस्तीकरण आदेश पारित किया गया।
निर्धारित 15 दिनों की अवधि में दीवारों को स्वयं नहीं हटाने पर प्राधिकरण ने अपने स्तर से कार्रवाई करते हुए यह निर्माण ध्वस्त किया। संयुक्त सचिव एपी वाजपेयी ने कहा कि इस प्रकार की अवैध प्लाटिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे केवल रेरा एवं प्राधिकरण से स्वीकृत लेआउट वाले प्लाट ही खरीदें।
इसके अतिरिक्त, प्राधिकरण ने देवला तल्ला गौलापार क्षेत्र में यशवंत सिंह राणा द्वारा आठ बीघा भूमि पर की जा रही अवैध प्लाटिंग को भी ध्वस्त किया। यह प्लाटिंग भी बिना किसी पंजीकरण और स्वीकृति के की जा रही थी।
खास बात यह रही कि कुंवरपुर पजाया क्षेत्र में दिल्ली, उत्तर प्रदेश के बरेली, रामपुर, बिजनौर, पीलीभीत, सीलमपुर, मौजपुर और जामिया नगर से लोगों ने बड़ी संख्या में प्लाट खरीदे थे। लेकिन बिल्डरों ने न तो नक्शा पास करवाया था और न ही कोई वैध लेआउट प्रस्तुत किया। कार्रवाई के दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
