नई दिल्ली
जागेश्वर धाम के श्रावणी मेले में भंडारों में जंक फूड पर रोक, सिर्फ सात्विक पकवानों की अनुमति
अल्मोड़ा। प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जागेश्वर धाम में इस वर्ष होने वाले श्रावणी मेले के दौरान लगने वाले भंडारों में अब मोमो, चाउमीन, पास्ता और मैगी जैसे जंक फूड नहीं परोसे जा सकेंगे। मंदिर समिति, प्रशासन, पुजारी समाज और व्यापारियों की संयुक्त बैठक में यह फैसला लिया गया कि भंडारे में केवल पारंपरिक सात्विक पकवान ही परोसे जाएंगे।
श्रावणी मेला 16 जुलाई से शुरू होकर एक माह तक चलेगा। इस दौरान देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु जागेश्वर धाम पहुंचते हैं। भक्त यहां शिव अर्चना के साथ-साथ भंडारे का आयोजन भी करते हैं, जिसमें पारंपरिक 56 भोग परोसे जाते हैं। बीते कुछ वर्षों में भंडारों में जंक फूड परोसे जाने की प्रवृत्ति बढ़ गई थी, जिससे पुजारी समाज और धार्मिक आस्थावान लोगों ने आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि इससे 56 भोग की पवित्र परंपरा और धार्मिक मर्यादा भंग हो रही है।
इसी को देखते हुए सोमवार को हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस बार मेले में भंडारे में सिर्फ सात्विक और पारंपरिक व्यंजन ही बनाए और परोसे जाएंगे।
जागेश्वर धाम में भंडारा आयोजन के लिए पहले से ही अनुमति अनिवार्य है। इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग की जाती है। पुजारियों के अनुसार, 12 जुलाई से ही बाहर राज्यों से श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो जाएगा। इस बार 17 अगस्त तक सभी तिथियों के लिए भंडारा बुक हो चुका है, जिससे कई भक्तों को आयोजन का अवसर नहीं मिल पा रहा है।
श्रावणी मेले में सिने कलाकारों, उद्योगपतियों और अन्य बड़ी हस्तियों की भी सहभागिता रहती है, जो भंडारे के आयोजन में अपनी ओर से विशेष व्यवस्थाएं करते हैं।
