उत्तराखंड पुलिस
उत्तराखंड: पौड़ी SSP लोकेश्वर सिंह ने पुलिस सेवा से दिया त्यागपत्र, अब अंतर्राष्ट्रीय संगठन में देंगे योगदान
उत्तराखंड पुलिस सेवा से 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी लोकेश्वर सिंह ने त्यागपत्र दे दिया है। वर्तमान में पौड़ी SSP रहे लोकेश्वर सिंह का चयन संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध एक अंतरराष्ट्रीय संगठन में हुआ है।
देहरादून। उत्तराखंड पुलिस सेवा के 2014 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी लोकेश्वर सिंह ने मंगलवार को पुलिस सेवा से त्यागपत्र दे दिया। वर्तमान में वह पौड़ी एसएसपी की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके इस निर्णय की पुष्टि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने की है। लोकेश्वर सिंह का चयन संयुक्त राष्ट्र (UN) से संबद्ध एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगठन में हुआ है, जिसके लिए उन्होंने यह कदम उठाया है।
अंतर्राष्ट्रीय संस्था में नई भूमिका (New Role in International Institution)
आईपीएस लोकेश्वर सिंह ने पिछले 11 वर्षों के दौरान उत्तराखंड पुलिस में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उन्होंने हरिद्वार, देहरादून, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में अपनी उल्लेखनीय सेवाएं दी हैं। उनकी नई भूमिका वैश्विक स्तर पर संस्थागत अखंडता, शांति स्थापना और सतत विकास जैसे उद्देश्यों को आगे बढ़ाने पर केंद्रित होगी। इस नई जिम्मेदारी को संभालने से पहले, उन्होंने औपचारिकताओं को पूरा करते हुए अपनी पुलिस सेवाओं से त्यागपत्र दिया है।
डीजीपी ने दी शुभकामनाएं (DGP Extended Best Wishes)
डीजीपी दीपम सेठ ने लोकेश्वर सिंह के त्यागपत्र की पुष्टि करते हुए उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं। डीजीपी ने कहा कि लोकेश्वर सिंह की यह नई अंतर्राष्ट्रीय नियुक्ति भारत के प्रतिनिधित्व और प्रभाव को वैश्विक स्तर पर और मजबूत करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस समर्पण के साथ उन्होंने उत्तराखंड में अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है, उसी तरह वह अपनी नई जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाएंगे।
आगे की प्रक्रिया (Further Process)
लोकेश्वर सिंह के त्यागपत्र को अब राज्य शासन की ओर से केंद्र सरकार को अग्रिम कार्यवाही के लिए भेजा जाएगा। इस कदम से स्पष्ट होता है कि अब वह जल्द ही अपनी नई अंतर्राष्ट्रीय भूमिका में कार्यभार संभालेंगे। आईपीएस लोकेश्वर सिंह का यह कदम उन युवा अधिकारियों के लिए एक प्रेरणा है जो पुलिस सेवा के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी योगदान देना चाहते हैं।
