पुलिस ने बेलबाबा मंदिर के पास से दबोचा, नेपाल भागने के फिराक में थे
हल्द्वानी। ड्रीम-11 में टीम को लेकर हुए विवाद के बाद फायर झोंकने के दो आरोपियों को पुलिस ने बेलबाबा मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया है। वे मूल रूप से नेपाल निवासी हैं और नेपाल भागने की फिराक में थे। एक आरोपी देहरादून रहता है। उसने यहां का आधारकार्ड सहित अन्य दस्तावेज फर्जी तरीके से बनवा लिए हैं।
शनिवार रात टीपीनगर क्षेत्र के आनंदपुर गांव निवासी सुशील मौर्य के 16 वर्षीय बेटे वेदांत को गोली मारकर दो युवक फरार हो गए थे। एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बुधवार को बहुउद्देशीय भवन में खुलासा करते हुए बताया कि सुधीर मौर्या की दोस्ती नेपाल निवासी सुरेंद्र सिंह शाही से थी। दोनों ने एक साल पहले कपड़ों का कारोबार शुरू किया था, जो घाटा होने पर काम बंद कर दिया। कहा कि सूर्य विनायक भक्तपुर काठमांडू नेपाल निवासी सुरेंद्र सिंह शाही का सुधीर के घर आना-जाना था। घटना से 10 दिन पहले सुरेंद्र अपने मित्र ढालीपुर ढकरानी थाना विकासनगर देहरादून व मूल निवासी नेपाल किशन ठाकुर के साथ सुधीर के घर आया था और तब से यहीं रह रहा था।
बीती 20 अप्रैल की रात किशन ठाकुर का सुधीर मौर्या से ड्रीम-11 पर टीम लगाने के दौरान विवाद हो गया। किशन ठाकुर ने सुधीर मौर्या को गाली दे दी। इस पर सुधीर ने किशन ठाकुर के सिर पर डंडा दे मारा। उधर उसे बचाने आए सुरेंद्र शाही को भी डंडा दे मारा। इस दौरान किशन ठाकुर अपने बैग से तमंचा निकाल लाया। छत में फिर इनकी लड़ाई हुई। किशन ठाकुर छत से कूदा। इधर सुधीर मौर्या नीचे उतर आए। भागते हुए किशन ठाकुर और सुरेंद्र शाही ने सुधीर पर फायर झोंक दिया। गोली सुधीर के भतीजे वेदांत के दाहिने साइड सीने के नीचे लगी जिससे वह घायल हो गया था। गोली मारने के बाद दोनों आरोपी गेहूं के खेत होते हुए भाग गए।
एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि किशन ठाकुर और सुरेंद्र शाही को पकड़ने के लिए टीपी नगर चौकी प्रभारी दीपक बिष्ट के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। कहा कि आरोपी नेपाल भागने वाले थे। पुलिस ने उन्हें तलाशी के दौरान बुधवार सुबह बेलबाबा मंदिर रामपुर रोड मोतियापाथर के पास से गिरफ्तार कर लिया। इनसे गोली चलाने में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद किया है।
हल्द्वानी में ड्रीम-11 में टीम को लेकर हुए विवाद के बाद फायर झोंकने वाले दोनों आरपी गिरफ्तार
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