देहरादून। उत्तराखंड की धामी सरकार में जल्द ही कैबिनेट फेरबदल देखने को मिल सकता है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल को भेज दिया है। इस घटनाक्रम के बाद सरकार में नए चेहरों के शामिल होने और कुछ मौजूदा मंत्रियों के बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं।
कैबिनेट में पांच कुर्सियां खाली
धामी सरकार के तीन साल पूरे होने से पहले यह बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है। पहले से ही तीन मंत्री पद खाली थे, इसके अलावा कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन से एक और पद रिक्त हो गया था। अब प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद कुल पांच कैबिनेट सीटें खाली हो चुकी हैं। इन रिक्त स्थानों को जल्द भरे जाने की संभावना है।
केंद्रीय नेतृत्व से मार्गदर्शन लेने दिल्ली जाएंगे सीएम
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही केंद्रीय नेतृत्व से मार्गदर्शन लेने के लिए दिल्ली जा सकते हैं। राजनीतिक हलचल के बीच नए मंत्रियों के चयन और एक अन्य मंत्री की संभावित विदाई को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं।
अग्रवाल के बयान पर विवाद बना इस्तीफे की वजह
प्रेमचंद अग्रवाल के हालिया बयान को लेकर पार्टी के भीतर ही नाराजगी देखी गई थी। उनके बयान के कारण उठे विवाद को संभालने के लिए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और स्वयं अग्रवाल ने काफी कोशिश की, लेकिन पार्टी के भीतर से ही तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। इसको देखते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने अग्रवाल को कैबिनेट से सम्मानजनक रूप से विदा करने का निर्णय लिया।
कौन होंगे नए मंत्री? कई नाम चर्चा में
धामी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर कई वरिष्ठ विधायकों के नाम चर्चा में हैं। भाजपा आमतौर पर संसदीय क्षेत्रों के आधार पर कैबिनेट में प्रतिनिधित्व तय करती है। इस आधार पर कुछ संभावित नाम इस प्रकार हैं:
- हरिद्वार संसदीय क्षेत्र: मदन कौशिक, आदेश चौहान, विनोद चमोली
- टिहरी लोकसभा क्षेत्र: खजानदास, मुन्ना सिंह चौहान, सहदेव पुंडीर, उमेश शर्मा काऊ
- नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा क्षेत्र: अरविंद पांडेय, शिव अरोड़ा
- अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा क्षेत्र: बिशन सिंह चुफाल
इसके अलावा, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण को भी कैबिनेट में शामिल किए जाने की अटकलें हैं। अगर ऐसा होता है, तो गढ़वाल से किसी वरिष्ठ नेता को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
एक और मंत्री की हो सकती है विदाई
कैबिनेट फेरबदल के दौरान एक अन्य मंत्री की भी विदाई की संभावना जताई जा रही है। यह फैसला विभागीय कार्यों और हाल ही में हुई चर्चाओं के आधार पर लिया जा सकता है।
सीएम धामी ने साधी चुप्पी
इस पूरे घटनाक्रम के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, माना जा रहा है कि वह जल्द ही कैबिनेट विस्तार को लेकर फैसला लेंगे।
धामी सरकार का तीन साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले यह बड़ा राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकता है। अगले कुछ दिनों में नए मंत्रियों के नामों का ऐलान होने की संभावना है।
