मुख्यमंत्री ने हाल जाना, प्रत्येक श्रमिक को एक-एक लाख रुपये और रैट माइनर्स टीम को सदस्यों को 50-50 हजार की प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा
ऋषिकेश। उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग से निकाले गए 41 श्रमिकों को चिनूक हेलीकाप्टर से बुधवार दोपहर ऋषिकेश स्थित एम्स लाया गया। यहां जांच में सभी स्वस्थ पाए गए। अब उनका विस्तृत मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है। कुछ सैंपल लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट गुरुवार तक प्राप्त होगी।
श्रमिकों को मनोचिकित्सक और मेडिसिन विशेषज्ञों की देखरेख में रखा गया है। एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि सभी श्रमिक स्वस्थ हैं। फिलहाल, उन्हें आराम और संतुलित डाइट की जरूरत है, लिहाजा उन्हें अधिक मात्रा में पानी व जूस लेने की सलाह दी गई है।
बताया कि श्रमिकों के स्वास्थ्य की सघन जांच चल रही है। मनोचिकित्सकों की टीम उनके मानसिक स्वास्थ्य की भी जांच कर रही है और जरूरत पड़ने पर नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज (एनआइएमएचएएनएस) बेंगलुरु से भी सहयोग लिया जाएगा। एम्स ले जाए जाने से पहले श्रमिकों को उत्तरकाशी स्थित चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टरों की निगरानी में रखा गया था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वहां पहुंचकर उनका हाल जाना और प्रत्येक श्रमिक को एक-एक रुपये लाख का चेक प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रैट माइनर्स टीम को सदस्यों को 50-50 हजार की प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि एम्स में परीक्षण के उपरांत शीघ्र ही श्रमिकों को घर भेज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों में शामिल टनकपुर निवासी पुष्कर ऐरी की माता से मोबाइल पर बात कर उन्हें बेटे के स्वास्थ्य की जानकारी दी।
नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी सभी 41 श्रमिकों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देगी। यह धनराशि उनके खाते में भेजी जाएगी। इसके साथ ही सुरंग में काम करने वाले सभी 400 श्रमिकों को दो-दो महीने का बोनस देने की घोषणा भी की गई है।
सिलक्यारा सुरंग से निकाले गए सभी 41 श्रमिक पूरी तरह स्वस्थ, ऋषिकेश एम्स में कराए गए भर्ती
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