बागेश्वर से हल्द्वानी की ओर जा रही थी बस, करीब डेढ़ घंटे हाइवे पर लगा रहा जाम
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाइवे पर रविवार को चौंसली के पास केमू की एक बस दुर्घटनाग्रस्त होकर सड़क पर पलट गई। हादसे में बस में सवार सात यात्री घायल हो गए। जिनमें से चार की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसे के सभी घायलों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार, केमू कंपनी की बस संख्या यूके-04 पीए-1011 बागेश्वर से हल्द्वानी की ओर जा रही थी। दोपहर करीब एक बजे बस चौंसली के पास अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बने शेर सिंह पुत्र प्रताप सिंह के मकान के शौचालय से टकराकर सड़क पर पलट गई। हादसे के वक्त वाहन में करीब 25 से 30 सवारियां मौजूद थीं। बस के पलटते ही यात्रियों में चीख पुकार मच गई और वह बस से बाहर निकलने का प्रयास करने लगे। हादसा होते ही आसपास के लाेग मदद को दौड़े और यात्रियों को वाहन से बाहर निकाला।
हादसे में बस में सवार बीना पांडे (47) पत्नी सुरेश चंद्र निवासी कटघरिया हल्द्वानी, अनीता बजाज (59) पत्नी स्व. राजकुमार निवासी न्यू कॉलोनी भ्यारखोला अल्मोड़ा, विनीता भाकुनी (26) पुत्री राजेंद्र सिंह निवासी ग्राम सुनोली ताकुला व रेखा (29) पत्नी मदन लाल निवासी दिनेशपुर, रूद्रपुर गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि राम (12) पुत्र मदन लाल, निवासी दिनेशपुर, रूद्रपुर, लता आर्य (20) पुत्री सुरेश राम आर्य निवासी ग्राम सुनोली ताकुला व परिचालक दरबान सिंह (40) पुत्र हयात सिंह घायल हो गए। आनन फानन में सभी घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने बताया कि सभी घायलों की हालत स्थिर बनी हुई है।
चौंसली में हादसे की खबर मिलते ही जिलाधिकारी विनीत तोमर और एसएसपी देवेंद्र पींचा भी मौके पर पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने घायलों का हाल जाना और अन्य यात्रियों से बातचीत कर हादसे के बारे में जानकारी ली। डीएम ने घायलों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए किए तत्काल जेसीबी मशीन मंगाकर मार्ग को सुचारू किया जाए।
चौंसली में हुए बस हादसे के बाद अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर जाम लग गया। दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई और यात्री करीब डेढ़ घंटे तक जाम में फंसे रहे। डीएम तोमर के निर्देश के बाद मौके पर जेसीबी मशीन बुलाई गई और बस को मार्ग से हटाकर आवागमन शुरु करवाया गया। जिसके बाद यात्रियों ने भी राहत की सांस ली।