सिस्टम की लापरवाही से गुरुवार को हो गई थी छात्रा की मौत
देहरादून । डीएवी कालेज की दीवार ढहने से कालेज की पूर्व छात्रा (कनिष्ठ सहायक) की मौत को लेकर गुस्साए छात्र संगठनों ने शुक्रवार को दिनभर हंगामा काटा, जिसमें अभाविप, एनएसयूआइ, आर्यन, सत्यम शिवम, एसएफआइ के छात्र शामिल रहे। छात्रों ने डीएवी कालेज परिसर, करनपुर व कालेज प्राचार्य के सेवक आश्रम रोड स्थित आवास के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान प्राचार्य का पुतला दहन भी किया गया। पुतला जलाने को लेकर छात्रों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई।
वहीं, मृतका सुष्मिता तोमर के भाई की तहरीर पर डालनवाला कोतवाली पुलिस ने डीएवी कालेज प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मृतका के भाई ने तहरीर में इस घटना के लिए कालेज प्रबंधन को जिम्मेदार बताया है।
दूसरी ओर बीते गुरुवार देर शाम को डीबीएस कालेज मार्ग पर हुए इस हादसे के बाद छात्र संगठनों ने देर रात तक विरोध-प्रदर्शन किया और डीएवी कालेज प्रबंधन को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया। प्रबंधन ने शुक्रवार को कालेज में अवकाश घोषित किया था, जिससे छात्र-छात्राएं परिसर में तो नहीं थे, लेकिन छात्र नेताओं की उपस्थिति को देखते हुए कालेज में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी ने कहा कि जिस पेड़ की बात प्राचार्य कर रहे हैं, इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गई थी, उसके बावजूद पेड़ नहीं काटा गया।
उधर, डीएवी कालेज छात्रसंघ अध्यक्ष दयाल बिष्ट ने कहा कि सुष्मिता तोमर ने एक माह पूर्व ही कनिष्ठ सहायक पद पर डिग्री कालेज पुरोला में ज्वाइनिंग दी थी, लेकिन सिस्टम की लापरवाही के कारण सुष्मिता आज हमारे बीच नहीं है। उनका भाई रघुवीर गंभीर रूप से घायल है। पूर्व में कई बार डीएवी कालेज को लिखित व मौखिक रूप से जर्जर दीवार के पुनर्निर्माण को कहा था, लेकिन अनदेखा किया गया।
अभाविप के महानगर मंत्री उज्ज्वल सेमवाल ने कहा कि अभाविप कार्यकर्ता गुरुवार रात से कालेज गेट पर तालेबंदी कर धरना दे रहे हैं। वह प्राचार्य डा. केआर जैन के इस्तीफे और दोषियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।
इस दौरान सुमित कुमार, यशवंत पंवार, ऋषभ मल्होत्रा, विपिन भट्ट, सागर तोमर, नवदीप राणा, अमन जोशी, विकास टम्टा आदि उपस्थित रहे। उधर, सत्यम शिवम छात्र संगठन के संरक्षक आकिब अहमद ने कहा कि जब वन विभाग नहीं सुन रहा था तो डीएवी कालेज प्रबंधन को जिलाधिकारी से शिकायत करनी चाहिए थी, आखिर यह छात्रों की सुरक्षा से जुड़ा संवेदनशील मामला था।
यह है पूरा मामला
गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे ग्राम व पोस्ट कोटा तपलाड, चकराता निवासी सुष्मिता अपने भाई रघुबीर तोमर के साथ नौकरी लगने की खुशी में कोचिंग संचालक को मिठाई खिलाने के लिए गए थे। वापसी में डीएवी पीजी कालेज के पीछे की दीवार डीबीएस मार्ग पर ढह गई। दीवार की चपेट में आने से दोनों भाई-बहन गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने सुष्मिता को मृत घोषित कर दिया।
डीएवी कालेज की दीवार ढहने से युवती की मौत मामले में कालेज प्रबंधन पर केस, दूसरे दिन भी छात्र संगठनों ने किया हंगामा
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