नैनीताल
नैनीताल में मुख्यमंत्री धामी का दौरा: पदक विजेताओं का सम्मान, भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का संकल्प और अतिक्रमण हटाने का अभियान
नैनीताल। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को नैनीताल के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। यहां मल्लीताल स्थित डीएसए मैदान में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की दिशा में कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी व्यक्ति कितना ही बड़ा पदाधिकारी या रसूखदार क्यों न हो, यदि वह भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम धामी ने स्पष्ट किया कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी अपने कर्तव्यों और दायित्वों के साथ पारदर्शिता से काम नहीं करेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कई कार्रवाइयां की गई हैं और आगे भी की जाती रहेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ पूरा तंत्र सख्ती से काम करेगा और किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने तीन साल के कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए नकल विरोधी कानून लागू किया गया है, जिससे अब तक 23 हजार युवाओं को नियुक्तियां दी जा चुकी हैं। सीएम ने युवाओं को भरोसा दिलाया कि मेहनत और लगन से आगे बढ़ने वालों को अब डरने की जरूरत नहीं है।
अतिक्रमण और अवैध कब्जे हटाने के अभियान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक पांच हजार एकड़ से अधिक भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया जा चुका है। उन्होंने इस अभियान को जारी रखने का संकल्प जताया। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, विधायक नैनीताल सरिता आर्या, विधायक राम सिंह कैड़ा, विधायक गंगोलीहाट फकीर राम टम्टा, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल और डीएम वंदना भी उपस्थित रहीं।
मुख्यमंत्री धामी ने बैठक में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक अपने कार्यालय में बैठकर लोगों की समस्याएं सुनें। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने जनता दरबार लगाकर जनता से सीधा संवाद करने और उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने पर भी बल दिया।
