देहरादून
जिला पंचायत में भ्रष्टाचार: जेई आलोक रावत बर्खास्त, सुदर्शन सिंह रावत निलंबित
देहरादून। उत्तराखंड शासन ने जिला पंचायत पौड़ी में तैनात कनिष्ठ अभियंता (तदर्थ) आलोक रावत को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते बर्खास्त कर दिया है, जबकि अभियंता सुदर्शन सिंह रावत को निलंबित किया गया है। सचिव-पंचायतीराज चंद्रेश कुमार द्वारा जारी आदेश के अनुसार, दोनों अधिकारियों पर अपने पद का दुरुपयोग कर निजी लाभ पहुंचाने के आरोप सिद्ध हुए हैं।
शासन के निर्देश पर पंचायतीराज निदेशक की ओर से कराई गई जांच में खुलासा हुआ कि जिला पंचायत की ओर से मैसर्स बुटोला इंटरप्राइजेज नामक फर्म को 1 करोड़ 47 लाख 94 हजार 346 रुपये का भुगतान किया गया। जांच में पाया गया कि इस फर्म में दोनों अभियंताओं की पत्नियों की 25-25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जिसकी जानकारी जानबूझकर जिला पंचायत को नहीं दी गई।
यह भी सामने आया कि बर्खास्त अभियंता आलोक रावत का भाई अखिलेश स्वयं ठेकेदार है। इस प्रकार अभियंताओं ने अपने पारिवारिक सदस्यों को अवैध रूप से लाभ पहुंचाया।
इसके अतिरिक्त, निर्माण कार्यों से संबंधित निविदा प्रक्रिया में नियमों की अनदेखी और आपूर्ति-सेवाओं में हेरफेर जैसी कई अन्य अनियमितताएं भी उजागर हुई हैं। शासन ने इन भ्रष्टाचार मामलों को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई की है, ताकि पंचायतीराज व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।
