रुद्रपुर: ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र के वार्ड 10 राजा कॉलोनी में कपड़ों पर प्रेस करते समय करंट लगने से एक छात्र की दर्दनाक मौत हो गई। छात्र चेतन रस्तोगी (15) को करंट लगने के बाद परिजन उसे आनन-फानन में निजी अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बावजूद, परिजनों ने स्थानीय लोगों के कहने पर प्राण लौटने की उम्मीद में उसकी देह को रेत से ढक दिया।
प्रेस करते समय करंट लगने से हादसा
चेतन रस्तोगी, जो एक निजी स्कूल में दसवीं कक्षा का छात्र था, शनिवार शाम घर में कपड़ों पर प्रेस कर रहा था। अचानक करंट लगने से वह बेहोश हो गया। घर में घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई और परिजन उसे तुरंत पास के एक निजी अस्पताल ले गए।
अस्पताल में मृत घोषित, फिर भी परिजनों ने किया टोटका
अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने चेतन को मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद परिजन शव को घर ले आए। लेकिन परिजनों ने बच्चे के प्राण लौटने की उम्मीद में एक घरेलू टोटके का सहारा लिया। स्थानीय लोगों की सलाह पर चेतन के शरीर को रेत से ढक दिया गया। उनका मानना था कि शरीर में गर्मी लौटने से चेतन की जान बच सकती है।
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलने पर एसआई महेश कांडपाल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने परिजनों को समझाया कि बच्चे की हालत गंभीर है और टोटके से उसे बचाया नहीं जा सकता। काफी समझाने के बाद परिजन शव को जिला अस्पताल ले जाने के लिए तैयार हुए।
जिला अस्पताल में भी डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
पुलिस की सलाह पर परिजन चेतन को जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने दोबारा परीक्षण कर उसे मृत घोषित कर दिया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने समय रहते परिजनों को समझाकर शव को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक चेतन की मौत हो चुकी थी।
घटना से परिवार में मातम, माहौल गमगीन
चेतन के निधन से उसके परिवार में कोहराम मच गया है। परिवहन निगम में संविदा परिचालक सत्यप्रकाश रस्तोगी के दो बेटों में चेतन बड़ा था और उसका छोटा भाई चौथी कक्षा में पढ़ता है। बेटे की अचानक मौत से माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। इस दर्दनाक घटना से पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
