रात एक बजे मलबा हटाकर निकाले गए वाहन, भूस्खलन की बनी है आशंका
उत्तरकाशी। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ-साथ गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी भूस्खलन के कारण लोगों को परेशानी हुई। राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू बैंड के पास दो घंटे अवरुद्ध रहा। इस दौरान तीर्थयात्रियों के सैकड़ों वाहन फंसे रहे। तीर्थयात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पुलिस और प्रशासन दोनों ही यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार काम कर रहे हैं। भूस्खलन के देखते हुए पुलिस की ओर से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुथनौर और पाली गाड़ के पास तीर्थयात्रियों को रोका गया था। राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी बोल्डर गिर रहे थे, जिसको देखते हुए तुरंत ही यातायात को रोक दिया गया। राजमार्ग अवरुद्ध होने से दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार लग गई। लोगों को भूस्खलन के कारण कई घंटों तक इन लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ा। मंगलवार की शाम को गंगा घाटी और यमुना घाटी में वर्षा हुई। भारी बारिश के कारण अब एक बार फिर से किसाला के पास भूस्खलन जोन सक्रिय हुए। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के किसाला भूस्खलन जोन में शाम सात बजे भारी बोल्डर यमुनोत्री हाईवे पर गिरे हैं। हाईवे पर गुजर रहे वाहन बाल-बाल बचे। हाईवे अवरुद्ध होने के कारण दोनों ओर से तीर्थ यात्रियों के वाहनों की लंबी कतार लगी।मार्ग अवरुद्ध होने के कारण किसाला से यमुनोत्री की ओर तीर्थयात्रियों के 200 से अधिक वाहन फंसे।
भूस्खलन के बाद मलबे को सड़क से हटाने के लिए प्रशासन की ओर से काम शुरू हुआ। मंगलवार रात एक बजे मार्ग सुचारू हुआ। आधी रात को इस मार्ग से मलबा हटाकर यहां फंसे वाहनों को निकाला गया। तीर्थयात्रियों के वाहन निकल पाए और लोगों ने राहत की सांस ली। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू के पास भूस्खलन हुआ। भूस्खलन होने से राष्ट्रीय राजमार्ग दो घंटे अवरुद्ध रहा। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग रात 12.30 बजे सुचारू हुआ। रात में ही सड़क को साफ करने का काम शुरू किया गया और आधी रात को यातायात के लिए ये मार्ग एक बार फिर से खोल दिया गया। यहां फंसे वाहनों को निकाला गया।
भूस्खलन से गंगोत्री-यमुनोत्री नेशनल हाईवे रहा घंटों बंद, फंसे वाहन
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