उत्तराखण्ड
भव्य दिवाली: 12 क्विंटल फूलों से सज रहा बदरीनाथ धाम, कुबेर के खजाने की होगी विशेष पूजा!
उत्तराखंड में दीपावली की धूम। बदरीनाथ मंदिर को 12 क्विंटल गेंदे के फूलों से भव्यता से सजाया जा रहा है। जानिए बदरीविशाल धाम में 20 अक्टूबर को होने वाली विशेष पूजा और तैयारियों के बारे में।
बदरीनाथ। दिवाली का पावन त्योहार नजदीक आते ही उत्तराखंड के चारों धामों में तैयारियां जोरों पर हैं। विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) में दीपावली के पर्व को खास बनाने के लिए मंदिर को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। इस बार बदरीनाथ मंदिर को लगभग 12 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया जा रहा है, जिसकी छटा देखते ही बन रही है।
12 क्विंटल गेंदे के फूलों से हो रही है सजावट
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि मंदिर को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। यह पूरी व्यवस्था मुंबई के एक श्रद्धालु द्वारा की गई है। पूरी तैयारी के साथ 20 अक्टूबर को धाम में दीपावली का त्योहार धार्मिक रीति-रिवाज और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। फूलों की सजावट से मंदिर परिसर की दिव्यता कई गुना बढ़ गई है।
माता लक्ष्मी और कुबेर जी के खजाने की विशेष पूजा
बदरीनाथ धाम में दीपावली के दिन एक अति विशेष परंपरा निभाई जाती है। इस दिन भगवान बदरीविशाल के साथ-साथ माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर जी के खजाने की विशेष पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस पूजा से पूरे क्षेत्र में सुख-समृद्धि और धन-धान्य बना रहता है। धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल ने बताया कि इस दिन स्थानीय भक्तों के साथ ही दूर-दूर से आए श्रद्धालु भी मंदिर परिसर में दीपक जलाकर अपनी आस्था प्रकट करते हैं।
श्रद्धालुओं का उत्साह और सुरक्षा व्यवस्था
इस विशेष पर्व पर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मंदिर समिति ने व्यापक इंतजाम किए हैं। हर साल दीपावली पर बदरीनाथ धाम (Badri Vishal) का नजारा अद्भुत होता है। यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि भक्तों के बीच उत्साह और भक्ति की भावना भी बढ़ाता है। मंदिर को भव्य रूप से सजाने का काम अंतिम चरण में है, ताकि 20 अक्टूबर को भक्त एक दिव्य दर्शन का लाभ ले सकें।
