देहरादून: उत्तराखंड में सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में छात्रों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। इस समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार ने कई ब्रांचों को बंद करने का फैसला लिया है। तकनीकी शिक्षा विभाग ने 15 पॉलिटेक्निक कॉलेजों में कुछ विशेष पाठ्यक्रमों को बंद करने के आदेश जारी किए हैं।
क्यों बंद हो रही हैं ब्रांचें?
* प्लेसमेंट की समस्या: इन ब्रांचों से पास आउट छात्रों को रोजगार ढूंढने में काफी मुश्किल हो रही है।
* स्टाफ की कमी: कई कॉलेजों में स्टाफ की कमी है, जिससे छात्रों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है।
* छात्रों का कम रुझान: छात्रों का रुझान इन ब्रांचों की ओर कम हो गया है।
कौन सी ब्रांचें होंगी बंद?
कई पॉलिटेक्निक कॉलेजों में केमिकल टेक्नोलॉजी, सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग आदि जैसी ब्रांचें बंद की जा रही हैं।
छात्रों को क्या विकल्प दिए जाएंगे?
* अन्य ब्रांच में स्थानांतरण: प्रभावित छात्रों को कॉलेज के भीतर ही अन्य ब्रांच में स्थानांतरित होने का विकल्प दिया जाएगा।
* अन्य संस्थान में स्थानांतरण: छात्र अन्य संस्थानों में भी स्थानांतरित हो सकते हैं।
सरकार का कदम
तकनीकी शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर दिए हैं। विभाग का मानना है कि यह कदम छात्रों के हित में है और इससे उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकेंगे।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि पॉलिटेक्निक कॉलेजों में छात्रों की संख्या में कमी के पीछे कई कारण हैं। इसमें शिक्षा की गुणवत्ता में कमी, रोजगार के अवसरों में कमी और छात्रों की बदलती रुचियां शामिल हैं। सरकार को इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढना होगा।
इन तकनीकी संस्थानों की ब्रांच बंद होगी
• राजकीय पालीटेक्निक शक्तिफार्म ऊधम सिंह नगर में केमिकल टेक्नोलाजी रबर एंड प्लास्टिक में प्रवेश क्षमता 30 के सापेक्ष पांच प्रवेश हुए हैं। अब इस पाठ्यक्रम को बंद कर पांच छात्रों को अन्य संस्थानों या पाठ्यक्रमों में स्थानांतरित किया जाएगा।
• राजकीय पालीटेक्निक सल्ट अल्मोड़ा में सिविल एंड एनवारमेंट इंजीनियरिंग में 30 प्रवेश क्षमता में एक प्रवेश हुआ है। यहां कंप्यूटर साइंस व इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम भी है। छात्र को कालेज में ही विकल्प दिया जाएगा।
• राजकीय पालीटेक्निक ताकुला अल्मोड़ा में इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग में प्रवेश क्षमता 40 के सापेक्ष छह प्रवेश हुए हैं।
• राजकीय पालीटेक्निक गणाई गंगोली पिथौरागढ़ में आइटी पाठ्यक्रम में क्षमता 30 के सापेक्ष एक छात्र ने प्रवेश लिया है।
• राजकीय पालीटेक्निक कनालीछीना में इलेक्ट्रिकल्स इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में 30 के सापेक्ष चार प्रवेश हुए हैं।
• राजकीय पालीटेक्निक बांस, पिथौरागढ़ में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में 60 प्रवेश क्षमता के सापेक्ष पांच प्रवेश हुए हैं।
• राजकीय पालीटेक्निक चंपावत में इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन में 30 के सापेक्ष चार प्रवेश हुए हैं।
• राजकीय पालीटेक्निक बांसबगड़ में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में 30 के सापेक्ष चार प्रवेश हुए हैं।
• राजकीय पालीटेक्निक जैंती अल्मोड़ा में सिविल इंजीनियरिंग में प्रवेश क्षमता 30 के सापेक्ष चार प्रवेश हुए हैं।
• इसके अलावा राजकीय महिला पालीटेक्निक सुद्धोवाला में क्लाउड कंप्यूटिंग एंड बिग डाटा, राजकीय पालीटेक्निक नरेंद्र नगर में गेमिंग एंड एनीमेशन,राजकीय पालीटेक्निक हिंडोलाखाल में मैकेनिकल इंजीनियरिंग, राजकीय पालीटेक्निक काण्डीखाल में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, राजकीय पालीटैनिक आमवाला देहरादून में एअरक्राफ्ट मेंटनेंस इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम बंद होगा।
उत्तराखंड के इन 15 पॉलिटेक्निक कॉलेजों में छात्रों की कमी: कई ब्रांचें होंगी बंद
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