अल्मोड़ा/बागेश्वर/चंपावत/पिथौरागढ़
उत्तराखंड के शिक्षक मोहन कांडपाल को राष्ट्रपति ने दिया राष्ट्रीय जल पुरस्कार! पहाड़ में ‘पानी बोओ-पानी उगाओ’ अभियान की धूम
अल्मोड़ा के शिक्षक मोहन चंद्र कांडपाल को जल संरक्षण में बेहतरीन काम के लिए 6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ‘पानी बोओ-पानी उगाओ’ अभियान से 40 गांवों में 4500 गड्ढे तैयार।
द्वाराहाट। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के कांडे गांव निवासी शिक्षक मोहन चंद्र कांडपाल को जल संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय जल पुरस्कार से नवाजा गया है। मंगलवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित 6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार वितरण समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने शिक्षक मोहन कांडपाल को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया। यह पुरस्कार उनकी दशकों की मेहनत और समर्पण का फल है, जिससे पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है।
‘पानी बोओ-पानी उगाओ’ अभियान से बदली तस्वीर
मोहन कांडपाल आदर्श इंटर कॉलेज सुरइखेत में शिक्षक हैं। उन्होंने पिछले कई वर्षों से ‘पानी बोओ-पानी उगाओ’ नाम से एक व्यापक अभियान चला रखा है। यह अभियान उत्तर भारत में जल संरक्षण के लिए एक मिसाल बन गया है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा दिए गए इस पुरस्कार में, वह ‘बेस्ट इंडिविजुअल फॉर एक्सीलेंस इन वाटर सेक्टर’ श्रेणी में उत्तर भारत के एकमात्र विजेता हैं। उन्होंने 40 से अधिक गांवों में अपने प्रयासों से 4500 से अधिक जल संरक्षण गड्ढे (खंतियां) तैयार करवाए हैं।
वर्षा जल संरचनाओं और पौधरोपण पर ज़ोर
शिक्षक मोहन कांडपाल केवल गड्ढे बनाने तक सीमित नहीं रहे हैं। उन्होंने वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण करवाया और कई स्थानीय पारंपरिक स्रोतों को भी पुनर्जीवित किया है। इसके अतिरिक्त, वह अब तक एक लाख से अधिक पौधरोपण कर चुके हैं। वह लगातार ग्रामीणों और स्कूली बच्चों को अपने अभियान से जोड़कर जल संरक्षण की व्यापक पहल को आगे बढ़ा रहे हैं। उनका मुख्य लक्ष्य पहाड़ी क्षेत्रों में सूख चुके गधेरों, धारों और पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना है।
रिकसन नदी में बढ़ा जल स्तर
मोहन कांडपाल के लगातार और समर्पित प्रयासों का असर ज़मीन पर दिखने लगा है। उनके कार्यों के कारण क्षेत्र की रिकसन नदी में भी जल की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उनकी इस बड़ी उपलब्धि पर विधायक मदन सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक महेश नेगी और उपपा के अध्यक्ष पीसी तिवारी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें बधाई दी है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने भी शिक्षक मोहन कांडपाल की तारीफ करते हुए जल संरक्षण के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए आभार व्यक्त किया है।
