कई जिलों में हाइवे बाधित, घंटों फंसे रहे लोग, बर्फ देखने उमड़ रही पर्यटकों की भीड़
हल्द्वानी। उत्तराखंड में आज मौसम ने फिर करवट बदली है। पहाड़ से मैदान तक बारिश का सिलसिला जारी है। चमोली जनपद में लगातार तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश हो रही है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हो रही है। औली और चकराता में फिर से बर्फबारी होने से ठंड बढ़ गई है।
निजमुला घाटी के ईराणी, पाणा, झींझी, नंदानगर के रामणी, घूनी, पडेरगांव सहित कई गांवों में बर्फ जम गई है। जिससे कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से बचने के लिए लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं। पैदल रास्तों और खेत खलियानों में बर्फ जमने से ग्रामीणों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
उत्तरकाशी जिले में रात से लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। जिसके चलते गंगोत्री हाईवे सुक्की टॉप से आगे बंद है। मोरी क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हुई है।
चकराता में सीजन की चौथी बर्फबारी हुई है। क्षेत्र के लौखंडी, कोटी-कनासर, जाड़ी, बुल्हाड़, देववन, केराड़ में भारी बर्फ पड़ी है। बर्फबारी के बाद जमीन पर छह इंच मोटी बर्फ की चादर जम गई है। इधर, बदरीनाथ हाईवे पागलनाला में करीब एक घंटे तक बाधित रहा। यहां हाईवे पर आया मलबा दलदल में तब्दील हो गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही में दिक्कतें आ रही हैं। हाईवे पर हनुमान चटटी से आगे बर्फ हटाने का काम भी प्रभावित हो गया है। जोशीमठ-औली और चमोली-गोपेश्वर-मंडल-ऊखीमठ हाईवे पर भी बर्फ जम जाने से वाहनों की आवाजाही मुश्किल से हो पा रही है। यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में बर्फबारी के बाद मौसम साफ हो गया है। लेकिन, खरशालीगांव में स्थित मां यमुना मंदिर में बर्फ जमी हुई है।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी, गंगोत्री, बदरीनाथ व लिपुलेख मार्ग अवरुद्ध (रविवार को भी चारधाम समेत उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी का क्रम जारी रहा। पिछले 24 घंटे के दौरान 24 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। कौसानी में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।
बर्फबारी से उत्तरकाशी में गंगोत्री, चमोली में बदरीनाथ और पिथौरागढ़ में चीन सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग व तवाघाट-दारमा अवरुद्ध हैं। गढ़वाल मंडल के 100 से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले तीन दिन उत्तराखंड की 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो सकती है। मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।