देहरादून
खतरनाक नस्ल के कुत्तों पर नगर निगम की सख्ती शुरूदेहरादून में बिना पंजीकरण पाले जा रहे पिटबुल और रॉटवीलर, चेकिंग अभियान के निर्देश
देहरादून। दून में प्रतिबंधित और खतरनाक नस्ल के कुत्तों को पालने वालों के खिलाफ अब नगर निगम सख्त रुख अपनाने जा रहा है। नगर आयुक्त नमामी बंसल ने सोमवार को पशु चिकित्सा अनुभाग को निर्देश दिए कि ऐसे कुत्तों के मालिकों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया जाए और गाइडलाइन का पालन न करने पर चालान की कार्रवाई की जाए। इन कुत्तों का पंजीकरण नगर निगम में नहीं होगा।
यह निर्णय राजपुर वार्ड में एक बुजुर्ग महिला पर रॉटवीलर कुत्ते के हमले के बाद लिया गया। केंद्र सरकार पहले ही देशभर में 23 नस्लों के खतरनाक कुत्तों को पालने पर प्रतिबंध लगा चुकी है, फिर भी दून में पिटबुल और रॉटवीलर जैसे खतरनाक कुत्ते बड़ी संख्या में पाले जा रहे हैं।
नगर निगम के अनुसार, इस साल 482 पंजीकृत कुत्तों में से 14 प्रतिबंधित नस्ल के हैं। अनुमान है कि शहर में 25 से 30 हजार पालतू कुत्ते हैं, लेकिन पंजीकरण सिर्फ तीन हजार तक सीमित है। नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 85 पिटबुल, 138 रॉटवीलर, 650 लेब्राडोर और 560 जर्मन शेफर्ड का पंजीकरण हो चुका है। हालांकि अधिकांश लोग लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं कराते, जिससे पूरी जानकारी नहीं मिल पाती।
शहर की कॉलोनियों में खतरनाक नस्ल के कुत्तों को खुले में छोड़ने की घटनाएं आम हैं, जिससे स्थानीय लोगों को खतरे का सामना करना पड़ता है। किशनपुर में हुई घटना के विरोध में लोगों ने एसएसपी और मेयर को ज्ञापन देकर रॉटवीलर के मालिक पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
