सीएम धामी से जल्द मिलेंगे धारी के किसान
बीमा कम्पनी के भेदभाव रवैये पर नाराज है किसान
पूर्व विधायक भंडारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक
धानाचूली(नैनीताल)। भीमताल विधानसभा में चार विकास खण्डों में बीमा कंपनी द्वारा खरीफ फसल पर नुकसान की भरपाई के लिए जो बीमा दिया । उसके वितरण में ही भेदभाव कर दिया। किसानों ने चेतावनी दी है बीमा कंपनी जल्द धारी विकास खण्ड में अन्य विकास खण्डों की भांति बीमा नही देगी तो व आन्दोल करेगे। वही भीमताल विधानसभा के पूर्व विधायक दानसिंह भंडारी ने किसानों की पीड़ा को मुख्यमंत्री तक पहुचाने का वादा कर जल्द एक शिष्ट मण्डल मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा।
रविवार को धानाचूली स्थित जन मिलन केंद्र में पूर्व विधायक दानसिंह भंडारी की अध्यक्षता में धारी विकास खण्ड के किसानों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें धारी के अलग अलग गावो के जनप्रतिनिधियों के अलावा किसानो ने प्रतिभाग किया। इस बैठक में पूर्व राज्य दर्जा मंत्री हरीश पनेरू ने भी किसानों की इस लड़ाई में हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। धारी के किसानों ने बीमा कम्पनी पर भेदभाव का आरोप लगाया है। जिसमे पिछले कई सालों से यहां के किसानों को बीमा कम्पनी ने छला है। धारी क्षेत्र में सबसे ज्यादा आलू की पैदावार होती है। इसी विकास खण्ड को हमेशा कम बीमा दिया जा रहा है। बीमा कंपनी धरातल पर आकर कभी भी सर्वे नही करती। जिसका नुकसान धारी का किसान उठा रहा है। पूर्व विधायक भंडारी ने कहा जल्द ही वह सीएम से समय लेकर किसानों की इस समस्या के निराकरण के लिए मुलाकात करेंगे। उन्होंने बताया बीमा कम्पनी ने धारी व भीमताल विकास खण्ड के किसानों के साथ भेदभाव किया है। जो गलत है।
वही पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरू ने कहा वह किसानों के साथ बीमा कंपनी के इस भेदभाव रवैये के खिलाफ जल्द मुख्यमंत्री से मुलाकात कर धारी के किसानों को भी 50 प्रतिशत बीमा दिलाये जाने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा बीमा कम्पनी अगर किसानों को 50 फीसदी बीमा नही देती है। उसके खिलाफ 420 का मुकदमा दर्ज कराएंगे। और उग्र आंदोलन कर उसके कार्यालयों में तालाबंदी करेंगे।
बीमा कम्पनी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालो में पूर्व विधायक दानसिंह भंडारी, पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरू, ग्राम प्रधान धानाचूली राजेन्द्र सिंह, गोपाल सिंह, पूरन सिंह, हिम्मत सिंह, जगत सिंह, बीरेंद्र सिंह, धन सिंह, भवान सिंह, थान सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।