उत्तराखण्ड
आवारा कुत्ते के काटने से उत्तराखंड पुलिस के सिपाही दीपक कुमार की मौत, परिवार में कोहराम
हरिद्वार/शामली। उत्तराखंड पुलिस के मुख्य आरक्षी दीपक कुमार (44) की आवारा कुत्ते के काटने से हुए संक्रमण के चलते इलाज के दौरान मौत हो गई। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के पेलखा गांव निवासी दीपक पिछले कुछ समय से लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे और इलाज के लिए पुलिस विभाग से अवकाश लेकर गांव आए हुए थे।
29 जून को वह घरेलू सामान लेने कस्बा गढ़ीपुख्ता गए थे, जहां एक आवारा कुत्ते ने उन्हें काट लिया। उन्होंने डॉक्टर की सलाह से एंटी रेबीज वैक्सीन की दो डोज भी लगवाई थीं, लेकिन इसके बावजूद उनकी तबीयत बिगड़ती गई। बुधवार को हालत ज्यादा खराब होने पर उन्हें पहले शामली के एक निजी चिकित्सक को दिखाया गया, जहां से मेरठ के खरखौदा स्थित अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां उपचार के दौरान बुधवार रात उनकी मृत्यु हो गई।
बड़े भाई अमित आर्य के अनुसार, दीपक की मौत रेबीज के संक्रमण से हुई है। उनके अनुसार दीपक को सिर, हाथ, पैर में दर्द के साथ आंखों से धुंधला दिखने की शिकायत थी। शरीर में बेचैनी भी लगातार बनी हुई थी। मौत के बाद शव को गांव लाया गया और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन परिजनों का आरोप है कि बुधवार देर रात शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा दिया गया था, बावजूद इसके गुरुवार को ही पोस्टमार्टम किया गया। देरी पर परिजनों ने गहरी नाराजगी जताई और जिलाधिकारी अरविंद चौहान से मामले की शिकायत की। डीएम ने जांच का भरोसा दिलाया है।
दीपक कुमार वर्ष 2002 में उत्तराखंड पुलिस में भर्ती हुए थे और वर्तमान में पौड़ी पुलिस लाइन में मुख्य आरक्षी पद पर तैनात थे। उन्होंने हाल ही में लीवर की बीमारी के चलते स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन दिया था, जो अभी स्वीकृत नहीं हुआ था।
दीपक की पत्नी भारती भी उत्तराखंड पुलिस में सिपाही हैं और वर्तमान में हरिद्वार कोतवाली में तैनात हैं। उनके परिवार में माता-पिता, बड़ा भाई अमित, और दो बेटे (13 व 10 वर्ष) हैं। 6इसी प्रकार का एक मामला कांधला में भी सामने आया था, जहां चाय विक्रेता राजीव शर्मा की मई माह में रेबीज से मौत हो गई थी, जबकि उन्होंने भी एंटी रेबीज इंजेक्शन लिया था।
