उत्तराखण्ड
गैरसैंण से AAP का 11-सूत्रीय संकल्प: भ्रष्टाचार, पलायन पर रोष, दिल्ली-पंजाब की तर्ज पर सुशासन का आह्वान
उत्तराखंड स्थापना दिवस पर AAP ने गैरसैंण में 11-सूत्रीय संकल्प-पत्र जारी किया। सहप्रभारी युवराज भारद्वाज ने माफियाराज, बेरोजगारी और पलायन पर दुख व्यक्त करते हुए ‘तीसरे विकल्प’ का आह्वान किया।
गैरसैंण (चमोली): उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आम आदमी पार्टी (AAP) उत्तराखंड ने प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें प्रदेश के कोने-कोने से सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य गठन की मूल भावना को याद करना और राज्य की मौजूदा समस्याओं पर रोष व्यक्त करना था। 09 नवंबर, 2025 को सुबह गैरसैंण स्थित अमर शहीद वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
‘दिल्ली-पंजाब की तर्ज पर सुशासन चाहिए’
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उत्तराखंड सहप्रभारी श्री युवराज भारद्वाज ने राज्य के गठन की मूल भावना और आंदोलनकारियों के सपनों पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 25 साल पूरे होने तक भी उत्तराखंड शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और औद्योगिक विकास की दौड़ में बहुत पीछे रह गया है। भारद्वाज ने मैदानों की ओर पलायन, प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप, संसाधनों का अनैतिक दोहन और कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर गहरा रोष व्यक्त किया। उन्होंने जनता का आह्वान किया कि दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर आम आदमी पार्टी की ईमानदार और पारदर्शी राजनीति और सुशासन को उत्तराखंड में स्थापित करने के लिए आगे आएं और AAP को तीसरे विकल्प के रूप में स्वीकार करें।
भ्रष्टाचार और बेरोजगारी पर कड़ा प्रहार: 11-सूत्रीय संकल्प
उत्तराखंड के शासन-प्रशासन में फैले भ्रष्टाचार, माफियाराज, जमीनों और खनिज संपदा की लूटपाट, और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से जनता को मुक्ति दिलाने के लिए AAP ने एक 11-सूत्रीय संकल्प-पत्र जारी किया। कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में इसे हर हाल में पूरा करने की शपथ ली। संकल्प-पत्र के प्रमुख बिंदुओं में माफिया राज और कमीशनखोरी खत्म करने के लिए आंदोलन, शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करना, तथा प्राइवेट स्कूलों की लूट बंद करने की मांग शामिल है।
उपनल कर्मचारियों को स्थायी करने और रोजगार की मांग
AAP के इस संकल्प-पत्र में कर्मचारियों और युवाओं से जुड़े अहम मुद्दे भी उठाए गए हैं। इसमें सालों से चली आ रही ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने और उपनल, संविदा, आशा कार्यकर्त्रियों जैसे अर्ध सरकारी कर्मचारियों को स्थायी सेवा में नियोजित करवाने के लिए सघन आंदोलन करने की बात कही गई है। इसके अलावा, पार्टी ने राज्य के निजी क्षेत्र के उद्योगों में राज्य के 70% युवाओं को शत-प्रतिशत रोजगार दिलाने की मांग पूरी करवाने का भी संकल्प लिया है। इस दौरान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर भट्ट ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि संचालन डी. के. पाल ने किया।
