अल्मोड़ा/बागेश्वर/चंपावत/पिथौरागढ़
बागेश्वर में मकान की छत गिरने से दंपती और पुत्री घायल, ग्रामीणों ने बचाई जान
बागेश्वर। जिले के दफौट क्षेत्र के नायल गांव में बुधवार तड़के बड़ा हादसा टल गया। सुबह करीब चार बजे गांव निवासी रंजीत राम (47) पुत्र हरी राम के मकान की छत और दीवारें अचानक भरभराकर गिर गईं। हादसे के समय रंजीत, उनकी पत्नी नीमा देवी (33) और 13 वर्षीय पुत्री कोमल घर के अंदर सो रहे थे, जो मलबे में दब गए।
छत गिरने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और बिना देरी किए मलबा हटाकर तीनों को बाहर निकाला। ग्रामीणों की तत्परता से बड़ी जनहानि टल गई। इसके बाद सभी घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां फिजिशियन डॉ. सीएमएस भैसोड़ा ने प्राथमिक उपचार किया। तीनों को हल्की चोटें आई थीं, जिसके चलते उन्हें उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
घटना की सूचना पर विधायक प्रतिनिधि भाष्कर दास और रेडक्रॉस समिति के चेयरमैन इंद्र सिंह फर्स्वाण जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना। भाष्कर दास ने बताया कि पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता दिलाने की कोशिश की जाएगी। वहीं, फर्स्वाण ने बताया कि रेडक्रॉस की ओर से परिवार को आपदा राहत किट प्रदान की जाएगी।
स्थानीय प्रशासन ने भी घटनास्थल का जायजा लिया और मकान की स्थिति को देखते हुए अन्य लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। समय पर ग्रामीणों की मदद से एक बड़ा हादसा टल गया, जिससे गांव में राहत का माहौल है।
