देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ा किया है। इस गिरोह के सदस्यों को नौकरी के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठगने का आरोप है।
क्या है मामला:
जून 2024 में मोहब्बेवाला निवासी नितिन डबराल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने नौकरी की तलाश में एक ऑनलाइन पोर्टल का इस्तेमाल किया था, जहां एक अज्ञात व्यक्ति ने उनसे करीब 23 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए एक विशेष टीम गठित की।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड के निवासी शामिल हैं। पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह दुबई, चीन और पाकिस्तान से संचालित होता है। गिरोह के सदस्य नौकरी के नाम पर लोगों से दस्तावेज वेरिफिकेशन, रजिस्ट्रेशन, जॉब सिक्योरिटी और वीजा के नाम पर पैसे ठगते थे।
गिरोह का तरीका:
यह गिरोह ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स का इस्तेमाल करके लोगों को लुभाता था। जब कोई व्यक्ति नौकरी के लिए संपर्क करता था, तो गिरोह के सदस्य उससे विभिन्न तरह के बहाने बनाकर पैसे मांगते थे।
पुलिस की सलाह:
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति या संस्था को पैसे न दें। नौकरी की तलाश करते समय केवल विश्वसनीय स्रोतों का ही इस्तेमाल करें।
यह मामला एक बार फिर साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे को उजागर करता है। इसलिए लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है।
मुख्य बिंदु:
* उत्तराखंड पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ा किया।
* गिरोह के सदस्य नौकरी के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठगते थे।
* गिरोह दुबई, चीन और पाकिस्तान से संचालित होता था।
* पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है।