कंचन प्रभा, डा. बुद्धिराजा व संगीता राणा सहित छ: को ‘हरिद्वार गौरव सम्मान’: सृष्टि जीती गीता ज्ञान प्रतियोगिता
हरिद्वार। गौतम फार्म, कनखल में सम्पन्न हुए विराट गीता महोत्सव में आचार्य महामंडलेश्वर तथा दक्षिणकाली मंदिर के परमाध्यक्ष स्वामी कैलाशानंद जी गिरि महाराज को इस वर्ष के ‘गीता रत्न सम्मान’ से नवाज़ा गया। इसी के साथ दंत चिकित्सक व समाजसेवी डा. शिवि बुद्धिराजा, अन्तर्राष्ट्रीय पावरलिफ्टर व ‘स्ट्रांग वूमैन आफ इंडिया’ संगीता राणा, कवियत्री तथा प्रेरक वक्ता कंचन प्रभा गौतम, शिक्षाविद् प्रो. सुनील कुमार बत्रा, नृत्यांगना वैष्णवी झा, स्वाधीनता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महामंत्री जितेन्द्र रघुवंशी को प्रतिष्ठित ‘हरिद्वार गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया गया।अध्यात्म चेतना संघ द्वारा विगत नवम्बर माह में आयोजित की गई श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली दिल्ली पब्लिक स्कूल, रानीपुर की कक्षा आठ की छात्रा सृष्टि वर्मा ने 11 हजार का नकद पुरस्कार जीता, जबकि राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पीतपुर (बहादराबाद) के छात्रों हिमांशु कुमार ने पांच हजार रुपये का द्वितीय तथा आशु ने तीन हजार रुपये का तीसरा पुरस्कार जीता। इसके अतिरिक्त प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी पन्द्रह स्कूलों के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागियों को भी पांच-पांच सौ रुपये के नकद प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किये गये। यह पुरस्कार उत्तराखण्ड के कृषि एवं निर्वाचन मंत्री सुबोध उनियाल तथा रानीपुर विधायक आदेश चौहान द्वारा प्रदान किये गये। प्रतियोगिता के विजेताओं के नामों की घोषणा संस्था के प्रतियोगिता प्रभारी श्री अरुण कुमार पाठक ने की। प्रतियोगिता में शामिल लगभग छः हजार प्रतिभागियों की उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच करने वाले विद्वानों व शिक्षकों को भी प्रशस्ति पत्र व उपहारों से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कोयर, रुड़की के चेयरमैन श्री जे.सी. जैन ने की।
दीप प्रज्ज्वलन, वेदपाठ व स्वस्ति वाचन के साथ पूर्णत: अध्यात्मिक वातावरण में प्रारम्भ हुए इस कार्यक्रम में शामिल हजारों श्रोताओं को सम्बोधित करते हये स्वामी कैलाशानंद जी ने कहा कि, “गीता के अनुसार चार प्रकार के भक्त भगवान को भजते हैं- अर्थार्थी, आर्त, जिज्ञासु और ज्ञानी। लेकिन, भगवान को ज्ञानी भक्त सर्वाधिक प्रिय हैं, जो आत्मज्ञान के माध्यम से भगवान को ही प्राप्त करना चाहते हैं।” इसके अतिरिक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अन्तर्राष्ट्रीय विश्व हिन्दु परिषद के अध्यक्ष दिनेश चन्द्र, उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चन्द्र शास्त्री, राज्य मंत्री सुबोध उनियाल तथा विधायक आदेश चौहान ने भी देश और समाज में श्रीमद्भगवद्गीता के महत्व व उपयोगिता बताते हुए श्रीमद्भगवद्गीता ज्ञान प्रतियोगिता के विजेता छात्रों तथा गीता रत्न व हरिद्वार गौरव सम्मान प्राप्त करने वाली नगर विभूतियों को बधाई व शुभकामनाएँ प्रदान कीं। अध्यात्म चेतना संघ के संस्थापक आचार्य करुणेश मित्र ने संस्था के द्वारा अब तक किये गये कार्य-कलापों का ब्यौरा प्रस्तुत किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन संस्था तथा गंगा सभा, हरिद्वार के अध्यक्ष श्री नितिन गौतम ने किया।
कार्यक्रम के दौरान झंकार डांस अकादमी के बच्चों द्वारा गीता के उपदेशों पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व अध्यक्ष पी.एस. चौहान, उद्योगपति व समाजसेवी मनोज गौतम, अविनाश ओहरी, जगदीश लाल पाहवा, विशाल गर्ग, यू.सी. जैन, शिवालिक नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा, अधीर कौशिक, भूपेन्द्र गौड़, अर्चना वर्मा, नेहा मलिक, प्रेम शंकर शर्मा ‘प्रेमी’, विश्वास सक्सेना, अमित सैनी, जगदीश विरमानी, अधिवक्ता ललित मिगलानी आदि उपस्थित रहे।