देहरादून। उत्तराखंड में राजीव नवोदय स्कूलों में एडमिशन का पैटर्न बदलने जा रहा है। अब प्रवेश परीक्षा के जरिए केवल कक्षा छह से ही एडमिशन नहीं मिलेंगे। बल्कि कक्षा नौ और कक्षा 11 की खाली सीटों पर नए छात्रों को एडमिशन देने के लिए प्रवेश परीक्षा कराने की योजना है। शिक्षा विभाग ने नई प्रक्रिया का संशोधित प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा है। अपर माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ.मुकुल कुमार सती ने इसकी पुष्टि की।
मेधावी छात्र-छात्राओं को शिक्षा का बेहतर वातावरण और संसाधन मुहैया कराने के लिए राज्य में 13 राजीव नवोदय विद्यालय संचालित हैं। सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध इन नवोदय स्कूलों में कक्षा छह में एक निर्धारित संख्या में एडमिशन किए जाते हैं। प्रवेश परीक्षा के जरिए छात्रों का चयन किया जाता है। छात्रों की आवासीय सुविधाओं के साथ सभी शैक्षणिक सुविधाएं और आवश्यकताओं की व्यवस्था सरकार निशुल्क करती है। पिछले कुछ समय देखा जा रहा था कि कुछ छात्र-छात्राएं 12 कक्षा तक आने से पहले पहले भी स्कूल छोड़ देते हैं। ऐसे में स्कूलों में सीटें खाली रह जाती है।
नवोदय स्कूलों की समीक्षा के दौरान यह विषय सामने आने पर महानिदेशक-शिक्षा झरना कमठान ने माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को एडमिशन की व्यवस्था में सुधार के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए थे। मालूम हो कि राज्य में वर्तमान में राजीव नवोदय स्कूलों में 3500 से ज्यादा छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। डॉ.सती ने बताया कि कक्षा छह से आठवीं तक रिक्त रहने वाले पदों को भरने के लिए भी प्रस्ताव दिया गया है।
