हरिद्वार
मनसा देवी मंदिर में भगदड़ से मरने वालों की संख्या 8 हुई, कई घायल
हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। मंदिर की चढ़ाई के दौरान अफवाह के चलते भगदड़ मच गई, जिसमें आठ श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद प्रशासन और पुलिस की टीमों ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
बताया जा रहा है कि सुबह करीब 9 बजे, मंदिर की ओर बढ़ रही भीड़ में किसी ने करंट फैलने की अफवाह फैला दी। इस अफवाह से अफरा-तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई। भगदड़ के कारण कई लोग एक-दूसरे पर गिर गए और कुछ लोग नीचे दब गए। घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई।
सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए मोर्चा संभाला। 108 एंबुलेंस सेवा की सात एंबुलेंस और ‘खुशियों की सवारी’ सेवा की दो एंबुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचाने में तैनात की गईं। इसके चलते कई लोगों को समय पर चिकित्सा सुविधा मिल पाई।
एम्स ऋषिकेश के पीआरओ संदीप कुमार ने जानकारी दी कि एम्स में 15 घायलों को लाया गया, जिनमें 5 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि 10 अभी भर्ती हैं। इनमें दो वर्षीय बच्ची, 26 वर्षीय युवती और 56 वर्षीय महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि जिला अस्पताल में 35 घायलों को भर्ती कराया गया है, जिनमें से 8 लोगों की मौत हो चुकी है। गंभीर रूप से घायल लोगों को हायर सेंटर रेफर किया गया है।
मृतकों की सूची:
- वकील (45 वर्ष)
- आरुष (6 वर्ष), रामपुर मुरादाबाद
- विशाल (19 वर्ष)
- विपिन (18 वर्ष)
- शांति (60 वर्ष)
- रामभरोसे (65 वर्ष)
- विक्की (25 वर्ष)
- एक अज्ञात युवक (19 वर्ष)
मुख्यमंत्री ने जताया शोक:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा, “हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ मचने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, पुलिस और अन्य बचाव दल राहत कार्य में लगे हैं। मैं लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हूं। माता रानी से सभी की सुरक्षा की कामना करता हूं।”
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों और घायलों को मुआवजा देने का ऐलान भी किया है। साथ ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि पीड़ित परिवारों को सहायता मिल सके।
फिलहाल मंदिर क्षेत्र में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन श्रद्धालुओं में भय और दहशत का माहौल है। प्रशासन ने crowd management को लेकर जांच और सख्त निर्देश देने की बात कही है।
