उत्तराखण्ड
बदरीनाथ-केदारनाथ धाम में ऑनलाइन पूजा बुकिंग शुरू, शुल्क यथावत, श्रद्धालु वेबसाइट से करा सकेंगे बुकिंग
देहरादून। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दोनों धामों में होने वाली पूजाओं की ऑनलाइन बुकिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तीर्थयात्री घर बैठे मंदिर समिति की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम की विभिन्न पूजाओं के लिए बुकिंग करा सकते हैं। बुकिंग वर्तमान में 30 जून 2025 तक के लिए खुली है।
बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर समिति की वेबसाइट पर सभी पूजाओं की सूची और उनका विवरण उपलब्ध है। श्रद्धालु वहां से पूजाओं का चयन कर सकते हैं और अपने अनुसार प्रातःकालीन, सांयकालीन या विशेष पूजाएं बुक करा सकते हैं। इस वर्ष पूजा के शुल्क में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को पहले की तरह ही सुविधा प्राप्त होगी।
बदरीनाथ धाम में उपलब्ध पूजाएं और शुल्क:
बदरीनाथ धाम में प्रमुख पूजाओं में अभिषेक पूजा (4500 रुपये), महाभिषेक पूजा (4700 रुपये), वेद पाठ (2500 रुपये), गीता पाठ (2500 रुपये), विष्णुसहस्त्रनाम पाठ (701 रुपये), चांदी आरती (401 रुपये), स्वर्ण आरती (501 रुपये), कपूर आरती (201 रुपये), गीत गोविंद पाठ, शयन आरती आदि शामिल हैं। विशेष पूजा के लिए पूरे दिन की पूजा का शुल्क 12,000 रुपये तय किया गया है जबकि श्रीमद्भागवत सप्ताह पाठ का शुल्क 51,000 रुपये है।
केदारनाथ धाम में उपलब्ध पूजाएं और शुल्क:
श्री केदारनाथ धाम में महाभिषेक पूजा के लिए 9500 रुपये, रुद्राभिषेक पूजा 7200 रुपये, लघु रुद्राभिषेक 6100 रुपये, षोडशोपचार पूजा 5500 रुपये, और पूरे दिन की विशेष पूजा का शुल्क 28,600 रुपये निर्धारित किया गया है।
शाम की आरतियों और पाठों में शिव अष्टोत्री पाठ (1000 रुपये), शिव सहस्त्रनाम पाठ (2000 रुपये), शिव नामावली (2000 रुपये), शिव तांडव स्तोत्रम पाठ (1900 रुपये) शामिल हैं। संध्या आरती में भाग लेने के लिए श्रद्धालुओं को 2800 रुपये शुल्क देना होगा।
श्रद्धालुओं के लिए यह ऑनलाइन सुविधा बेहद लाभकारी साबित हो रही है, जिससे वे घर बैठे ही बिना किसी परेशानी के अपनी इच्छानुसार पूजा का चयन और बुकिंग कर सकते हैं। बीकेटीसी ने यह पहल श्रद्धालुओं की सुविधा और पारदर्शिता को ध्यान में रखते हुए की है, जिससे तीर्थ यात्रा को और भी सुगम और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बनाया जा सके।
मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल अधिकृत वेबसाइट से ही बुकिंग करें और किसी दलाल या अनाधिकृत स्रोत से बचें।
