पिथौरागढ़, पिथौरागढ़ में चल रही प्रादेशिक सेना की भर्ती रैली में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने विशेष इंतज़ाम किए हैं। हजारों युवा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार से यहां पहुंचे हैं। उनकी सुविधा और सुरक्षा के लिए रेलवे प्रशासन ने टनकपुर से बरेली के लिए दो और पीलीभीत से इज्जतनगर के लिए एक विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। ये ट्रेनें आज रात से चलना शुरू हो जाएंगी।
ट्रेनों का समय:
* 05125 टनकपुर-बरेली सिटी भर्ती परीक्षा विशेष ट्रेन: रात 8:30 बजे टनकपुर से चलकर रात 11:30 बजे बरेली सिटी पहुंचेगी।
* 05126 टनकपुर-इज्जतनगर विशेष ट्रेन: रात 9:30 बजे टनकपुर से चलकर रात 11:55 बजे इज्जतनगर पहुंचेगी।
* 05127 पीलीभीत- इज्जतनगर विशेष ट्रेन: शाम 7:10 बजे पीलीभीत से चलकर 8:40 बजे इज्जतनगर पहुंचेगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम:
भारी भीड़ को देखते हुए पिथौरागढ़ और चंपावत पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं। ड्रोन से चप्पे-चप्पे पर नज़र रखी जा रही है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। युवाओं के ठहरने के लिए टनकपुर में नवनिर्मित पार्किंग की बिल्डिंगों में व्यवस्था की गई है और अलाव की भी व्यवस्था की गई है।
युवाओं की उत्सुकता:
पिछले कुछ दिनों से पिथौरागढ़ में भर्ती रैली के लिए युवाओं का तांता लगा हुआ है। दूर-दूर से आए युवाओं में सेना में भर्ती होने की तीव्र उत्सुकता देखी जा रही है।
मध्य कमान के अंतर्गत आने वाले राज्यों जैसे ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और झारखंड के युवा 12 से 27 नवंबर तक पिथौरागढ़ मिलिट्री स्टेशन में आयोजित भर्ती रैली में भाग ले रहे हैं। इन पदों पर इन्फैंट्री बटालियन (टीए) कुमाऊं, 153 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) डोगरा और 151 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) जाट में सैनिक (क्लर्क), सैनिक (कुक) और अन्य तकनीकी पदों पर भर्तियां की जा रही हैं।
हजारों युवाओं की भीड़:
आश्चर्यजनक रूप से, इन पदों के लिए सिर्फ 8वीं, 10वीं और 12वीं पास युवाओं की ही पात्रता रखी गई है, फिर भी स्नातक और परास्नातक डिग्री धारक युवा भी भारी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं। कई युवा पहले भी कई बार भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो चुके हैं। बुधवार को अकेले उत्तर प्रदेश से 20,000 से अधिक युवा भर्ती रैली में भाग लेने पहुंचे।
बेरोजगारी की गंभीरता:
यह स्थिति देश में व्याप्त बेरोजगारी की गंभीरता को दर्शाती है। युवा रोजगार के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं और सेना में भर्ती को एक बेहतर विकल्प मान रहे हैं।
सरकार के लिए चुनौती:
यह स्थिति सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।