नैनीताल
रामनगर में कांग्रेस कार्यालय पर कब्जे को लेकर हंगामा, पूर्व विधायक समेत सात पर मुकदमा
रामनगर। कांग्रेस कार्यालय पर कब्जे को लेकर सोमवार से शुरू हुआ विवाद मंगलवार तड़के जाकर शांत हुआ। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कारोबारी द्वारा कार्यालय पर कब्जा करने के विरोध में करीब 20 घंटे तक हाईवोल्टेज ड्रामा किया। सोमवार को पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने रानीखेत रोड स्थित कार्यालय के ताले तोड़कर प्रदर्शन किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा समेत कई दिग्गज नेता मौके पर पहुंचे।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कई बार तीखी झड़प हुई। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को दो बार लाठीचार्ज भी करना पड़ा। वहीं कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि कारोबारी नीरज अग्रवाल ने जबरन कांग्रेस कार्यालय पर कब्जा कर लिया है।
मंगलवार तड़के करीब पांच बजे कांग्रेसियों ने कार्यालय में मौजूद कामगारों का पुलिस से सत्यापन कराने के बाद धरना समाप्त किया। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में कारोबारी ने दोबारा भवन पर कब्जा कर लिया।
कारोबारी नीरज अग्रवाल की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत सहित कांग्रेस नगर अध्यक्ष भुवन शर्मा, महेंद्र सिंह बिष्ट, भुवन पांडे, सुमित शर्मा, ओम प्रकाश आर्य और अतुल सक्सेना पर मुकदमा दर्ज किया है। इन पर भीड़ इकट्ठा करने, झूठा बयान देने, उकसाने, कब्जा करने की कोशिश, धमकी और अपमान करने जैसी धाराएं लगाई गई हैं। वहीं रणजीत रावत की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
