अल्मोड़ा। शहर से 35 किलोमीटर दूर नगरखान में राज्य आन्दोलनकारियों ने बैठक की। बैठक में राज्य आन्दोलनकारियों की उपेक्षा पर गहरा रोष प्रकट करते हुए कहा गया कि कई माह बीत जाने के बावजूद क्षैतिज आरक्षण के लाभ हेतु प्रमाणपत्र जिला प्रशासन द्वारा जारी नहीं किए जा रहे हैं और न, ही नौकरियों के लिए जारी विज्ञप्तियों में उनके आरक्षण का उल्लेख किया जा रहा है।
बैठक में राज्य आन्दोलनकारियों ने लोकतंत्र सेनानियों की तर्ज पर 20हजार रूपये मासिक पैंशन की मांग करते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य के साथ ही बने झारखंड में वहां की सरकार राज्य निर्माताओं को 10 हजार रूपये मासिक पैंशन दे रही है। बैठक में घोषणा के तीन वर्ष बाद भी आश्रितों को पैंशन न दिये जाने पर आक्रोश व्यक्त किया गया, राज्य बनने के 24 वर्ष तक अनेक आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण न हो पाना राज्य आंदोलनकारियों की उपेक्षा का बड़ा उदाहरण है।
क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा करते हुए राज्य आंदोलनकारियों ने चनोली ग्राम समूह पेयजल योजना से संबंधित गांवों में जाड़ों में ही तीसरे दिन पानी दिये जाने चिंता प्रकट करते हुए कहा कि गर्मी में इस योजना से जलापूर्ति होना संभव नहीं है इसलिए योजना में नया स्रोत जोड़ने की मांग की गयी तथा जल जीवन मिशन के अंतर्गत योजना में हुए कार्य की जांच की मांग की गयी। बालेश्वर से भेटा बड़िया के लिए बनाई गई लिफ्ट पेयजल योजना के निर्माण के 2वर्ष बाद भी न चल पाने पर योजना के निर्माण कार्य की जांच की मांग भी बैठक में की गयी। मनिआगर नगरखान मोटर मार्ग के नाली निर्माण कार्य में आधे अधूरे कार्य को शीघ्र पूरा करने की मांग भी बैठक में की गयी ,पेटशाल बमनसवाल मोटर मार्ग के चौड़ीकरण तथा डामरीकरण की मांग भी की गयी। बैठक में ब्रह्मा नन्द डालाकोटी,दौलत सिंह बगड्वाल, निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य शिवराज बनौला, गोपाल सिंह बनौला नवीन डालाकोटी, दिनेश शर्मा, बसंत जोशी विशंभर पेटशाली,महेश पांडे पूरन सिंह,कुंदन सिंह, शंकर दत्त,के , कृष्ण चंद्र, ताराराम , कैलाश राम,पानसिंह,देवनाथ गोस्वामी मदनराम ,बचुली देवी आदि शामिल रहे।