अखाड़ा परिषद से की स्वामी पूर्णानंद गिरी महाराज को संत समाज से बहिष्कार करने की मांग
हरिद्वार- स्वामी पूर्णानंद गिरी महाराज ने ब्राह्मण समाज पर अमर्यादित टिप्पणी करने को लेकर लोगों में रोष नहीं थम रहा है। स्वामी पूर्णानंद गिरी महाराज की ओर से की गई टिप्पणी किसी भी प्रकार से संतो की वाणी है। महाराज के कथन से लाखों लोगों की आस्था को ठेस पहुंची हैं। ब्राहमण समाज ने ऐसे ढोंगियों को धर्मनगरी से बाहर किए जाने की मांग की है। कनखल संदेशनगर काॅलोनी (वार्ड नंबर 26) के पार्षद शुभम मैंदोला ने बताया कि कहा कि संत अपने तप और विद्वत्ता के माध्यम से समस्त जग का मार्ग दर्शन करते हैं। भारतवर्ष में करोड़ों की संख्या में लोग संत महापुरुषों में आस्था रखते हैं। जो कि स्वामी पूर्णानंद गिरी महाराज के वक्तव्य से बेहद नाराज हैं। ऐसे भगवाधारी कालनेमियों को संत समाज से बहिष्कार कर उन पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। संत समाज अनादि काल से भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर विश्व पटल पर भारतीय संस्कृति को संजोता आया है, लेकिन स्वामी पूर्णानंद गिरी जैसे महाराज धर्म नगरी को कलंकित करने का कार्य कर रहे हैं। किसी भी समाज पर अनर्गल बयानबाजी कर अपमानित करने का किसी को हक नहीं है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष को ज्ञापन सौंप कर मांग की जाएगी, की ऐसे संतों का संत समाज से अखाड़ा परिषद द्वारा पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाए। शुभम मैंदोला ने कहा कि ब्राह्मण समाज जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल और एसएसपी अजय सिंह से धर्म नगरी हरिद्वार से ऐसे ढोंगियों को बाहर किया जाने की मांग की है। जो कि समाज की एकता को खंडित कर रहे हैं, जल्द कार्यवाही न होने पर ब्राह्मण समाज बड़ी संख्या में उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होगा।