अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड क्रांति दल के पूर्व केन्द्रीय अध्यक्ष, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी त्रिवेंन्द्र पवार के निधन पर राज्य आंदोलनकारी व उक्रांद कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया। यूकेडी नेताओं ने त्रिवेंन्द्र पवार की असामयिक निधन को समूचे उत्तराखण्ड के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
यूकेडी नेता एड.महेश परिहार ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के ज्वलन्त मुद्दों पर तथा राज्य की मूल अवधारणा जल-जंगल, जमीन, राजधानी, रोजगार, स्वास्थ्य, पलायन, तथा भ्रष्टाचार आदि पर राज्य बनने के पूर्व 1980 से राज्य बनने के बाद भी लगातार लड़ने वाले एक महान योद्धा का निधन उत्तराखंडी समाज के लिए बड़ी क्षति है। वर्ष 1980 से लगातार उत्तराखण्ड राज्य के लिए संघर्षरत त्रिवेंन्द्र पवार स्व0 इंद्रमणी बडोनी के सहयोगी रहे थे। स्वo विपिन त्रिपाठी स्वo बी0डी0 रतुड़ी दिवाकर भट्ट काशी सिंह ऐरी आदि के साथ मिलकर उक्रांद व राज्य आंदोलन को मजबूती प्रदान की 24-25 जुलाई 1995 को उक्रांद के अल्मोड़ा अधिवशन मे उन्हें दल का केन्द्रीय अध्यक्ष चुना गया था। इसके बाद भी दल के अनेक बार अध्यक्ष बने स्वo त्रिवेंन्द्र पवार के निधन पर राज्य आंदोलनकारी एडo महेश परिहार, ब्रह्मानंद डालाकोटी, शिवराज बनौला, गोपाल मेहता, मुमताज़ कश्मीरी, गोपाल सिंह, बसन्त जोशी, दौलत सिंह बगड़वाल, नवीन डालाकोटी, दिनेश शर्मा, महेश पाण्डेय, विशम्भर पेटशाली, कैलाश चन्द्र, आदि अनेकों लोगों ने दुःख प्रकट किया व स्वo त्रिवेंन्द्र पवार को श्रद्धांजलि दी।
त्रिवेंद्र पवार के निधन पर यूकेडी ने मनाया शोक, पवार का निधन उतराखंडी समाज के लिए बड़ी क्षति: महेश परिहार
By
Posted on