उत्तराखण्ड
उत्तराखंड में ‘ऑपरेशन कालनेमि’ शुरू: साधु-संतों के भेष में ठगी करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
देहरादून। उत्तराखंड में अब साधु-संतों का छद्म रूप धारण कर लोगों को ठगने वालों पर शिकंजा कसेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को अधिकारियों को ‘ऑपरेशन कालनेमि’ शुरू करने के निर्देश दिए। यह अभियान ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ होगा, जो धार्मिक आस्था और सनातन परंपरा की आड़ में पाखंड फैलाकर लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, और यहां आसुरिक प्रवृत्ति वाले लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। जो लोग साधु-संतों का झूठा भेष धारण कर विशेषकर महिलाओं को ठग रहे हैं, वे समाज और धर्म दोनों के लिए घातक हैं।
मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है, जिससे धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंच रही है और सामाजिक सौहार्द भी प्रभावित हो रहा है। पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि इन मामलों में तुरंत कार्रवाई हो और दोषियों को कानून के कठघरे में लाया जाए।
‘कालनेमि‘ नाम का यह अभियान रामायण से प्रेरित है। राम-रावण युद्ध के दौरान हनुमान जी को संजीवनी बूटी लेने जाते समय एक राक्षस कालनेमि ने साधु का भेष धारण कर उन्हें भ्रमित करने का प्रयास किया था। लेकिन जब उसका असली रूप उजागर हुआ, तो हनुमान जी ने उसका वध कर दिया था। मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया कि राज्य में इस प्रकार के ‘कालनेमियों’ को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
