अल्मोड़ा/बागेश्वर/चंपावत/पिथौरागढ़
“एक और द्रोणाचार्य” की सशक्त प्रस्तुति ने छुआ दर्शकों का हृदय, भाव राग ताल नाट्य कार्यशाला का हुआ समापन
पिथौरागढ़। भाव राग ताल नाट्य एकेडमी, पिथौरागढ़ द्वारा आयोजित एक माह की रंगमंच कार्यशाला का समापन 14 जुलाई को नगर निगम सभागार में किया गया। इस अवसर पर शंकर शेष द्वारा लिखित नाटक “एक और द्रोणाचार्य” का प्रभावशाली मंचन हुआ, जिसका निर्देशन प्रीति रावत ने किया। नाटक ने महाभारतकाल से लेकर वर्तमान तक शिक्षक की भूमिका और सामाजिक चुनौतियों को संवेदनशीलता के साथ दर्शाया, जिसने दर्शकों को गहरे तक उद्वेलित कर दिया।
नाटक में दीपक मंडल, प्रीति रावत, आदर्श रावत, सपना, तनुजा, सिद्धार्थ, साक्षी, शीला कोश्यारी सहित कई प्रतिभागियों ने दमदार अभिनय कर रंगमंचीय कौशल का परिचय दिया। कार्यक्रम का संचालन विप्लव भट्ट ने किया।

कार्यशाला में प्रतिभागियों को अभिनय, वॉइस ट्रेनिंग, शारीरिक अभ्यास, मंचीय अनुशासन, कल्पनाशीलता और टीमवर्क जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रशिक्षण मिला। एकेडमी के निदेशक कैलाश कुमार ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य नई पीढ़ी को रंगमंच से जोड़कर उनकी रचनात्मक क्षमताओं को निखारना और सांस्कृतिक चेतना को प्रोत्साहित करना है।

समापन समारोह में अतिथि श्री राम सिंह, ललित पंत, मोहन लाल वर्मा, पं. हेमंत महाराज आदि उपस्थित रहे, जिन्होंने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। रंगकर्मी ललित सिंह पोखरिया, अभिनेता हेमंत पांडे, हिमांशु जोशी और जिला सूचना अधिकारी संतोष चंद ने भी कार्यशाला के दौरान मार्गदर्शन प्रदान किया।
