उत्तराखंड पुलिस
एसटीएफ उत्तराखण्ड की बड़ी कामयाबी: अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह का मास्टरमाइंड छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार, 37 मामलों में दर्ज हैं शिकायतें
देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तराखण्ड के नेतृत्व में साइबर क्राइम पुलिस टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के मास्टरमाइंड हर विलास नन्दी को भिलाई, छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया। आरोपी की लंबे समय से तलाश की जा रही थी। पुलिस कार्रवाई की भनक लगते ही वह नक्सली क्षेत्र दंतेवाड़ा में छिप गया था और जैसे ही बाहर निकला, उत्तराखण्ड पुलिस के जाल में फंस गया।
गिरफ्तार अभियुक्त दुबई में 10 वर्षों तक रह चुका है, और उसी दौरान उसने विदेशी प्लेटफॉर्म से फेसबुक व ईमेल आईडी बनाकर लोगों को फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स के जरिए ठगना शुरू किया। वर्ष 2024 में सेना से सेवानिवृत्त एक सुबेदार मेजर से 34.17 लाख रुपये की ठगी के मामले में उसका नाम सामने आया। जांच में पता चला कि आरोपी के बैंक खाते में एक महीने में 3.46 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से UAE, ओमान और अमेरिका की विदेशी मुद्रा, UAE का रेजिडेंशियल कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद हुआ। गृह मंत्रालय के NCRP पोर्टल पर उसके बैंक खाते के खिलाफ भारतभर से 37 शिकायतें दर्ज पाई गईं।
एसटीएफ प्रमुख श्री नवनीत सिंह ने बताया कि आरोपी मजदूरों को विश्वास में लेकर उनके बैंक खाते भी खरीदा करता था। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी फर्जी निवेश या ट्रेडिंग साइट के झांसे में न आएं और ठगी की स्थिति में 1930 नंबर पर तुरंत सूचना दें।
